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प्रदेश में सड़क हादसों को कम करने के लिए हिमाचल पुलिस शुरू करेगी EEE, जानें क्या है ये फॉर्मूला - नया फार्मूला ईईई क्या है

पुलिस ने सड़क हादसों को कम करने के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए नया फार्मूला ईईई (EEE) यानी इंफोर्स, एजुकेट, इंजीनियर शुरू करेगी. जिससे लोगों को ट्रैफिक नियमों का पालन करना और सावधानी से गाड़ी चलाने के बारे जागरूक करेगी.

नया फार्मूला ईईई क्या है, नया फार्मूला ईईई क्या है
पुलिस महानिदेशक एसआर मरडी
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Published : Jan 2, 2020, 8:29 PM IST

शिमला: प्रदेश में हो रहे सड़क हादसों के प्रति पुलिस चिंतित है और गम्भीर भी है. पुलिस ने सड़क हादसों को कम करने के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए नया फार्मूला ईईई (EEE) यानी इंफोर्स, एजुकेट, इंजीनियर शुरू करेगी. जिससे लोगों को ट्रैफिक नियमों का पालन करना और सावधानी से गाड़ी चलाने के बारे जागरूक करेगी.

जानकारी देते हुए पुलिस महानिदेशक एसआर मरडी ने बताया कि पुलिस का मकसद चालान कर पैसा इक्कठा करना नहीं है, बल्कि लोगों को ट्रैफिक नियमों का पालन करवाना है. जिससे सड़क हादसे कम हो. उनका कहना था कि अधिकतर सड़क हादसों में लापरवाही से गाड़ी चलाना सामने आया है जिससे पर रोक लगाकर सड़क हादसे कम किये जा सकते हैं.

वीडियो.

एसआर मरडी ने बताया कि 2019 में पुलिस ने 2018 के मुकाबले 2 लाख से ज्यादा चालान किये हैं. उन्होंने बताया कि 2019 में 10 लाख 95 हजार 549 चालान किये और उससे 30.42 करोड़ रुपये इक्कठा किया गया, जबकि 2018 में 8,33,166 चालान कर 23 करोड़ रुपए कमाए थे. डीजीपी ने बताया कि सबसे ज्यादा चालान शिमला में 62,640 हुए हैं.

ये भी पढ़ें- हिमाचल 2020: चुनौतियां रे पहाड़ा पर केड़ी रेहणी विकासा री रफ्तार कन्ने सियासत री चाल

शिमला: प्रदेश में हो रहे सड़क हादसों के प्रति पुलिस चिंतित है और गम्भीर भी है. पुलिस ने सड़क हादसों को कम करने के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए नया फार्मूला ईईई (EEE) यानी इंफोर्स, एजुकेट, इंजीनियर शुरू करेगी. जिससे लोगों को ट्रैफिक नियमों का पालन करना और सावधानी से गाड़ी चलाने के बारे जागरूक करेगी.

जानकारी देते हुए पुलिस महानिदेशक एसआर मरडी ने बताया कि पुलिस का मकसद चालान कर पैसा इक्कठा करना नहीं है, बल्कि लोगों को ट्रैफिक नियमों का पालन करवाना है. जिससे सड़क हादसे कम हो. उनका कहना था कि अधिकतर सड़क हादसों में लापरवाही से गाड़ी चलाना सामने आया है जिससे पर रोक लगाकर सड़क हादसे कम किये जा सकते हैं.

वीडियो.

एसआर मरडी ने बताया कि 2019 में पुलिस ने 2018 के मुकाबले 2 लाख से ज्यादा चालान किये हैं. उन्होंने बताया कि 2019 में 10 लाख 95 हजार 549 चालान किये और उससे 30.42 करोड़ रुपये इक्कठा किया गया, जबकि 2018 में 8,33,166 चालान कर 23 करोड़ रुपए कमाए थे. डीजीपी ने बताया कि सबसे ज्यादा चालान शिमला में 62,640 हुए हैं.

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Intro:प्रदेश में सड़क हादसों को कम करने के लिए पुलिस शुरू करेगी ईई ई ।
2019 में 1095549 चालान कर इक्कठा किया 30.42करोड़ रुपए।
शिमला।
प्रदेश में हो रहे सड़क हादसों के प्रति पुलिस चिंतित है और गम्भीर भी है।पुलिस ने सड़क हादसों को कम करने के लिए लोगो को जागरूक करने के लिए नया फार्मूला ईईई (EEE)यानी इंफोर्स ,एजुकेट ,इंजीनियर शुरू करेगी जिससे लोगो को ट्रैफिक नियमो का पालन करना और सावधानी से गाड़ी चलाने के बारे जागरूक करेगी।


Body:जानकारी देते हुए पुलिस महानिदेशक एसआर मरडी ने बताया कि पुलिस का मकसद चालान कर पैसा इक्कठा करना नहीं है बल्कि लोगो को ट्रैफिक नियमो का पालन करवाना है जिससे सड़क हादसे कम हो। उनका कहना था कि अधिकतर सड़क हादसों में लापरवाही से गाड़ी चलाना सामने आया है जिससे पर रोक लगाकर सड़क हादसे कम किये जासकते है।



Conclusion:उनका कहना था कि 2019 में पुलिस ने 2018 के मुकाबले2 लाख ज्यादा चालान किये है। उनका कहना था कि 2019 में 10 लाख 95हजार 549चालान किये और उससे 30.42करोड़ रुपये इक्कठा किया गया। जबकि 2018में 8,33,166चालान कर 23करोड़ रुपए कमाए थे। डीजी ने बताया कि सबसे ज्यादा चालान शिमला में 62,640है ।
उन्होंने कहा कि इस साल लोगो को जागरूक कर सड़क हादसों में।कमी लाने का उद्देश्य है।
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