शिमला: राज्य सरकार के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा है कि प्रदेश में निजी व सरकारी शिक्षण संस्थानों में परीक्षाओं में गलत तरीकों का इस्तेमाल किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में सरकार इस मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है. सरकार ने नकल आदि रोकने के लिए जीरो टॉलरेंस के आदेश जारी किए हैं.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ईमानदार व परिश्रमी छात्रों को प्रोत्साहित करना चाहती है. परीक्षाओं में अनुचित साधनों का प्रयोग करने वाले शातिर युवा ईमानदार और मेहनती छात्रों के हक पर चोट करते है. इसे सहन नहीं किया जाएगा. एक बयान में शिक्षा मंत्री ने कहा कि सभी निजी और सरकारी संस्थानों को परीक्षाओं के दौरान कड़ी निगरानी रखने के लिए कहा गया है. साथ ही गलत तरीके अपनाने वालों पर सख्त एक्शन के निर्देश जारी किए गए हैं.
उन्होंने कहा कि परीक्षाओं में गलत तरीके गंभीर चिंता का विषय है. इससे परीक्षाएं आयोजित करने का मकसद ही निष्फल हो जाता है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्वतंत्र और निष्पक्ष परीक्षाएं आयोजित करने पर फोकस रख रही है. परीक्षाओं में नकल के प्रयोग पर रोक लगाने के लिए यूनिवर्सिटी और अन्य शिक्षण संस्थानों के स्तर पर एक विशेष उच्च स्तरीय समिति गठित करने के भी निर्देश दिए गए हैं. यह समिति परीक्षाओं में किसी भी प्रकार की नकल पर रोक लगाने के लिए उत्तरदायी होगी.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि इसके अलावा सभी निजी विश्वविद्यालयों के वीसी और अन्य संस्थानों को भी परीक्षाओं को लेकर सजगता बरतने के लिए कहा गया है ताकि कोई नकल न कर सके. उन्होंने कहा कि परीक्षा के दौरान नकल करते और करवाते हुए पकड़े जाने पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. निष्पक्ष परीक्षा आयोजित करवाने के लिए उड़न दस्तों की संख्या भी बढ़ाई गई है. यह उड़न दस्ते परीक्षाओं के दौरान औचक निरीक्षण करेंगे. उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं. उल्लेखनीय है कि इस समय प्रदेश में दसवीं व बारहवीं की सालाना परीक्षाएं चली हुई हैं.
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