शिमला: वित्त वर्ष 2023-24 के लिए पेश किए गए केंद्रीय बजट को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने निराशाजनक करार दिया है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस बजट को केवल रस्म अदायगी के लिए पेश किया गया है. उन्होंने कहा कि बजट में न तो आम आदमी नजर आ रहा है और न ही इसमें हिमाचल प्रदेश के लिए कुछ है.
सुक्खू ने कहा कि हिमाचल के साथ दिल्ली और पंजाब जैसे कई राज्य कर्ज के बोझ तले दबे हुए हैं. ऐसे में केंद्र सरकार को इन राज्यों के बारे में विचार करना चाहिए था. सरकार को इन राज्यों के लिए एक विशेष पैकेज की घोषणा करनी चाहिए थी, लेकिन बजट में ऐसा कुछ नजर नहीं आया. उन्होंने कहा कि रोजगार, बागवानी और पर्यटन के क्षेत्र में भी कोई राहत नहीं मिली है, जिससे हिमाचल की जनता को निराशा हाथ लगी है.
उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के समक्ष हिमाचल के मुद्दों को रखा था, लेकिन बजट में हिमाचल के साथ कोई सहयोग नहीं किया गया है. CM ने कहा कि हिमाचल में सरकार बनने के बाद उन्होंने खुद भी हिमाचल के मुद्दों को केंद्र के सामने रखा था. बावजूद इसके हिमाचल प्रदेश के लिए बजट में कुछ नहीं दिया गया. उन्होंने केंद्रीय बजट को पूरी तरह निराशाजनक करार दिया है.
उधर, विपक्षी दल भाजपा ने केंद्रीय बजट की जमकर तारीफ की है. भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा कि बजट देश को विकास के पथ पर ले जाने वाला है. टैक्स में छूट के साथ कई जगह रियायतें दी गई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को सब्र रखना चाहिए और बजट का अध्ययन करने के बाद ही कोई बयानबाजी करनी चाहिए.
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