शिमला: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मौजूदा सरकार की कर्ज लेने की रफ्तार पिछली सरकार से ढाई गुणा हो जाएगी. जिस रफ्तार से कांग्रेस सरकार कर्ज ले रही है, उससे लोन का आंकड़ा सालाना 9900 करोड़ रुपए से अधिक होगा. उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार ने किफायत से काम लिया था और औसतन सालाना चार हजार करोड़ रुपए का कर्ज ही लिया. सोमवार को दो दिन के अवकाश के बाद आरंभ हुए सत्र में जयराम ठाकुर ने बजट भाषण पर चर्चा शुरू की.
जयराम ठाकुर ने करीब 1 घंटा 22 मिनट तक बजट को लेकर अपनी बात कही. उन्होंने कांग्रेस सरकार पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया और कहा कि जिस तरह से सत्ता में आते ही संस्थान डी-नोटिफाई किए गए, उस से प्रदेश की राजनीति में गलत परंपरा स्थापित होगी. जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल को पड़ौसी राज्य पंजाब व उत्तराखंड के मुकाबले केंद्र से कहीं अधिक रेवेन्यू डिफेसिट ग्रांट यानी आरएफजी मिलती है, लेकिन बजट में कांग्रेस सरकार ने केंद्र के प्रति आभार का कोई शब्द नहीं कहा.
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि इस बजट में विभिन्न सेक्टर्स के लिए धन का प्रावधान पूर्व सरकार के मुकाबले कोई खास नहीं है. उन्होंने शिक्षा का उदाहरण दिया और कहा कि उनकी सरकार के समय शिक्षा विभाग के लिए 8412 करोड़ रुपए का बजट था. इस सरकार ने शिक्षा के लिए 8828 करोड़ रुपए रखा है. ये कोई खास बढ़ोतरी नहीं है. इसी प्रकार जयराम ठाकुर ने बजट में सब्सिडी के लिए कम प्रावधान करने की बात कही. उन्होंने कहा कि पूर्व में उनकी सरकार के समय सब्सिडी के लिए 1256 करोड़ रुपए की रकम रखी गई थी, लेकिन इस सरकार के समय 1244 करोड़ का प्रावधान है.
कर्ज को लेकर बेबुनियाद हल्ला: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कर्ज को लेकर सुखविंदर सिंह सरकार बेबुनियाद हल्ला डाल रही है. ऐसा लगता है कि पूर्व सरकार सत्ता से जाते समय सारा कर्ज चुका कर गई. जयराम ठाकुर ने आंकड़ों का ब्यौरा देते हुए कहा कि पूर्व की वीरभद्र सिंह सरकार सत्ता से जाते समय हिमाचल प्रदेश पर 47906 करोड़ रुपए का कर्ज छोड़ गई थी. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने कभी हल्ला नहीं डाला. पूर्व में 2012 में जब प्रेम कुमार धूमल की सरकार सत्ता से हटी थी तो प्रदेश पर 27 हजार करोड़ का कर्ज था. वीरभद्र सिंह सरकार प्रदेश पर अपने कार्यकाल में 21 हजार करोड़ का कर्ज लाद कर गई. जयराम ठाकुर ने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि जब उनकी सरकार ने सत्ता छोड़ी तो प्रदेश पर 69,600 करोड़ रुपए का कर्ज था. लेकिन सुखविंदर सिंह सरकार और कांग्रेस के अन्य नेता शोर करते हैं कि प्रदेश पर 75 हजार करोड़ का कर्ज लाद दिया. यही नहीं, कर्मचारियों की डीए व एरियर की लाइबिलिटी को भी सुखविंदर सिंह सरकार कर्ज में ही जोड़ रही है.
जयराम ठाकुर ने कांग्रेस की गारंटियों को लेकर भी सरकार को घेरा और कहा कि अभी तक महिलाओं को प्रति माह 1500 रुपए नहीं मिले हैं. अन्य गारंटियों पर भी सरकार मौन है. युवाओं को पांच लाख रोजगार का वादा किया गया था. जयराम ठाकुर ने कहा कि बजट पूरी तरह से दिशाहीन है. कांग्रेस सरकार केवल बंद-बंद-बंद और बंद का खेल ही खेल रही है. लोग कह रहे हैं कि ये सरकार भी बंद हो जाएगी. इससे पहले जयराम ठाकुर ने ये भी चुटकी ली थी कि ज्योतिष इस सरकार के बारे में कह चुके हैं कि अस्थिर लग्न में शपथ ली गई है.
जयराम ठाकुर ने विधायक क्षेत्रीय विकास निधि की बकाया पचास लाख की किश्त को भी जारी करने के लिए कहा. जयराम ठाकुर ने जब अपनी बात कह चुके तो सीएम सुखविंदर सिंह ने हस्तक्षेप किया और कहा कि विस्तार से जवाब वो बाद में देंगे, लेकिन विपक्ष का ये आरोप सही नहीं है कि पूर्व सरकारों के समय की योजनाओं को बंद किया गया है. हिमकेयर व सहारा योजना पहले की तरह चल रही है. अटल आदर्श विद्यालय योजना में भी जो काम हो चुका है, उसके तहत योजना जारी रहेगी. सीएम सुखविंदर सिंह ने भी हाजिर जवाबी का परिचय दिया और कहा कि नेता प्रतिपक्ष 1.22 घंटे तक बोले, ये व्यवस्था परिवर्तन है.