शिमला: हिमाचल विधान सभा का बजट सत्र चल रहा है. आज विपक्षी दल भाजपा के सदस्यों ने आउटसोर्स कर्मियों को हटाने को लेकर सदन में नारेबाजी कर वॉकआउट किया. इस दौरान विपक्ष के विधायक वेल में गए और नारेबाजी करते रहे. उन्होंने आउटसोर्स कर्मियों की सेवाएं बहाल करने की मांग की. बता दें कि विपक्ष आउटसोर्स कर्मियों की सेवाएं समाप्त करने के मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव लाया था, जिसे अध्यक्ष ने किया रिजेक्ट कर दिया. विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने कहा कि इस बारे में सत्ता पक्ष और विपक्ष के कई सवाल लगे हैं.
नशे के खिलाफ संकल्प पेश: नशे के खिलाफ लड़ाई तेज करने के लिए आज सीएम सुखविंदर सिंह नशे के खिलाफ संकल्प पेश करना था,लेकिन वो सदन में कुछ काम होने के चलते मौजूद नहीं रहे. डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने सदन में संकल्प को पेश किया, जो सदन में विपक्ष के नदारद रहने के बाद पास हो गया. अब इसे केंद्र को भेजा जाएगा. इस संकल्प के बाद एनडीपीएस एक्ट बदलाव होगा, ताकि तस्करों की संपत्ति को जब्त किया जा सके. बता दें कि कुछ दिनों पहले सीएम सुखविंदर सिंह ने ऐलान किया था कि प्रदेश में नशे के खिलाफ बड़ी मुहिम चलाई जाएगी,जिससे नशे का अवैध कारोबार करने वालों पर अंकुश लगाया जा सकेगा.
6 अप्रैल को होगा समापन: विधानसभा बजट सत्र 2023 का समापन 6 अप्रैल को होगा. बता दें कि विधानभा सत्र की शुरुआत 14 मार्च को हुई थी. सीएम सुखविंदर सिंह ने अपना और अपनी सरकार का पहला बजट 17 मार्च को सदन में पेश किया था. सदन की शुरूआत होते ही विपक्षी दल भाजपा ने स्कूलों और कार्यालयों को बंद करने को लेकर काफी हल्ला बोला था. विपक्ष का कहना था कि सरकार लोगों की दी गई सुविधाओं को बंद कर उनके साथ अन्याय कर रही है.
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