शिमला: राजधानी में लोगों की थाली से अब हरी सब्जियां गायब होने लगी हैं. बारिश की वजह से सब्जियों के कम आने से दामों में 20 रुपये से 30 रुपये तक उछाल आ गया है. सब्जी मंडी में जहां मटर गायब है, वहीं अन्य सब्जियों के दामों ने लोगों के किचन का बजट बिगाड़ दिया है.
सब्जी मंडी में मंगलवार को टमाटर 60 से 80 रुपये तक बिका, वहीं आलू 40 रुपये किलो बिक रहा है. इसके अलावा फूलगोभी 80 और अन्य सब्जियां शिमला मिर्च, बैंगन, फ्रासबीन सहित अन्य सब्जियों के दामों में भी उछाल आया गया है. दामों में आए उछाल से लोग कम सब्जियां खरीद रहे हैं.
सब्जियों के दामों में आए उछाल से लोग परेशान हैं. लोगों का कहना था कि लॉकडाउन में सब्जियां सस्ती मिलती थी, लेकिन अब सब्जियों के दाम काफी बढ़ गए हैं, जिससे सब्जी कम खरीद रहे हैं. वहीं, बढ़े दामों ने महिलाओं के किचन का बजट बिगाड़ दिया है. उनका कहना है कि सब्जी के दाम बढ़ने से काफी मुश्किल हो गई है. आलू के दाम में भी भारी उछाल देखने को मिल रहा है. मंडियों में आलू की कीमत 40 रुपये पहुंच गई है और मटर तो सब्जी की दुकानों पर न के बराबर दिख रही है.
सब्जी आढ़त यूनियन के अध्यक्ष बृजेश्वर सिंह का कहना है कि दिल्ली में मटर 150 रुपये किलो बिक रहा है, जबकि शिमला में 120 तक बिक रहा था. बाहरी राज्यों में अच्छी कीमत मिलने से किसान मटर की फसल को प्रदेश के बजाय बाहर भेज रहे हैं, जिसकी वजह से प्रदेश की सब्जी मंडियों से मटर गायब हो गई है.
बता दें कि बरसात में स्थानीय सब्जी कम आती है और बाहरी राज्यों से भी सब्जियों की कम सप्लाई पहुंच रही है. जिससे दामों में वृद्धि देखने को मिल रही है. सब्जी के दामों में आए उछाल से लोग महंगाई से परेशान हैं.
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