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भगवंत मान ने पंजाब में बाढ़ के लिए हिमाचल को बताया जिम्मेदार, हर्षवर्धन चौहान ने बताया बचकाना बयान

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के एक बयान को हर्षवर्धन चौहान ने बचकाना करार दिया है. हिमाचल में बाढ़ से हुई तबाही के बाद पंजाब में भी बाढ़ जैसे हालात हैं जिसपर पंजाब के मुख्यमंत्री ने एक ऐसा बयान दिया कि हिमाचल सरकार के कैबिनेट मंत्री को भी जवाब देना पड़ा. आखिर भगवंत मान ने ऐसा क्या कहा कि हर्षवर्धन चौहान को करना पड़ा पलटवार, पढ़ें पूरा मामला

harshvardhan chauhan vs bhagwant mann
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Published : Jul 14, 2023, 8:10 PM IST

भगवंत मान VS हर्षवर्धन चौहान

शिमला : उत्तर भारत के कई राज्य इन दिनों भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात से जूझ रहे हैं. हिमाचल में बारिश से बाढ़ की तबाही की तस्वीरें दिल दहलाने वाली हैं. वहीं पंजाब से लेकर हरियाणा और दिल्ली तक भी बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. इस बीच चंडीगढ़ में हिस्सेदारी का हवाला देकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चुटीले अंदाज में हरियाणा और हिमाचल पर तंज कसा है. जिसपर अब हिमाचल के मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने पलटवार किया है.

भगवंत मान ने क्या कहा है- भारी बारिश के बाद पंजाब में भी नदियां उफान पर हैं और कई इलाकों में बाढ़ आ गई है. जिसके कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. ऐसे में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि हरियाणा सरकार पंजाब से पानी मांगती है अब हम हरियाणा सरकार से कहते हैं कि अब पानी लेलो तो वो मना कर देंगे, क्या हम सिर्फ डूबने के लिए हैं.'

हिमाचल पर भी ली चुटकी- भगवंत मान ने कहा कि हिमाचल भी कहता है कि हमें पानी देदो और आजकल वो पानी छोड़े जा रहे हैं. अब हिमाचल अपना पानी अपने पास रखे. मान ने कहा कि हिमाचल 7.19 का हिस्सा मांगता है, हरियाणा और राजस्थान की तरफ से पंजाब के पानी में हिस्सा मांगा जाएगा. ये सभी राज्य हिस्सा मांगने के लिए आ जाते हैं लेकिन डूबने के लिए सिर्फ पंजाब रह जाता है. भगवंत मान ने कहा कि हिमाचल ने पानी पर वाटर सेस लगा दिया है और कहता है कि हमारा बहता हुआ पानी है तो फिर अब हिमाचल पानी को क्यों नहीं रोक रहा है.

चंडीगढ़ में हिस्सेदारी के बहाने हमला- दरअसल चंडीगढ़ में हिस्सेदारी को लेकर पंजाब और हरियाणा के बीच खींचतान नई बात नहीं है. इसी में हिमाचल भी चंडीगढ़ में 7.19 फीसदी हिस्सेदारी की बात दोहराता रहता है. जिसका हवाला देकर भगवंत मान चुटकी ले रहे हैं. वहीं बीते दिनों हिमाचल सरकार ने प्रदेश मे मौजूद हाइड्रो प्रोजेक्ट्स पर वाटर सेस लगाने का ऐलान किया था, जिसका पंजाब ने विरोध भी किया था और इस मसले पर हिमाचल और पंजाब के मुख्यमंत्री के बीच मुलाकात भी हो चुकी है. मौजूदा वक्त में जब हिमाचल में बाढ़ जैसे हालात हैं और नदियों का पानी पंजाब भी पहुंच रहा है, जहां बाढ़ जैसे हालात बने है. इसे लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री चुटकी ले रहे हैं और कह रहे हैं कि हिमाचल को ये पानी रोकना चाहिए.

हर्षवर्धन चौहान ने किया पलटवार- भगवंत मान के इस बयान पर हिमाचल के कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने पलटवार किया है. उन्होंने भगवंत मान के बयान को गैर जिम्मेदाराना और बचकाना बताया है. हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि आज हिमाचल और पंजाब जैसे राज्य आपदा से जूझ रहे हैं, ऐसे में एक सूबे के मुख्यमंत्री को ऐसे गैर जिम्मेदाराना बयान शोभा नहीं देते. उन्होंने कहा कि अचानक आई बारिश के कारण जो हालात बने हैं उनपर किसी का जोर नहीं है और पानी पहाड़ों से नीचे मैदानों की ओर ही बहेगा इसमें हिमाचल की सरकार या हिमाचल की जनता जिम्मेदार नहीं है. हर्षवर्धन चौहान ने कहा दो राज्यों के बीच चल रहे विवाद को बैठकर सुलझाया जा सकता है लेकिन आपदा के समय में ऐसे गैर जिम्मेदाराना बयान नहीं देने चाहिए. अगर बारिश के बाद पानी ज्यादा आ गया तो इससे हिमाचल का हक और उसकी लड़ाई खत्म नहीं हो जाती.

ये भी देखें: आमने-सामने सुक्खू के दो मंत्री: विक्रमादित्य सिंह ने अवैध खनन को बताया तबाही की वजह, हर्षवर्धन चौहान ने बताया बचकाना बयान

भगवंत मान VS हर्षवर्धन चौहान

शिमला : उत्तर भारत के कई राज्य इन दिनों भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात से जूझ रहे हैं. हिमाचल में बारिश से बाढ़ की तबाही की तस्वीरें दिल दहलाने वाली हैं. वहीं पंजाब से लेकर हरियाणा और दिल्ली तक भी बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. इस बीच चंडीगढ़ में हिस्सेदारी का हवाला देकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चुटीले अंदाज में हरियाणा और हिमाचल पर तंज कसा है. जिसपर अब हिमाचल के मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने पलटवार किया है.

भगवंत मान ने क्या कहा है- भारी बारिश के बाद पंजाब में भी नदियां उफान पर हैं और कई इलाकों में बाढ़ आ गई है. जिसके कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. ऐसे में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि हरियाणा सरकार पंजाब से पानी मांगती है अब हम हरियाणा सरकार से कहते हैं कि अब पानी लेलो तो वो मना कर देंगे, क्या हम सिर्फ डूबने के लिए हैं.'

हिमाचल पर भी ली चुटकी- भगवंत मान ने कहा कि हिमाचल भी कहता है कि हमें पानी देदो और आजकल वो पानी छोड़े जा रहे हैं. अब हिमाचल अपना पानी अपने पास रखे. मान ने कहा कि हिमाचल 7.19 का हिस्सा मांगता है, हरियाणा और राजस्थान की तरफ से पंजाब के पानी में हिस्सा मांगा जाएगा. ये सभी राज्य हिस्सा मांगने के लिए आ जाते हैं लेकिन डूबने के लिए सिर्फ पंजाब रह जाता है. भगवंत मान ने कहा कि हिमाचल ने पानी पर वाटर सेस लगा दिया है और कहता है कि हमारा बहता हुआ पानी है तो फिर अब हिमाचल पानी को क्यों नहीं रोक रहा है.

चंडीगढ़ में हिस्सेदारी के बहाने हमला- दरअसल चंडीगढ़ में हिस्सेदारी को लेकर पंजाब और हरियाणा के बीच खींचतान नई बात नहीं है. इसी में हिमाचल भी चंडीगढ़ में 7.19 फीसदी हिस्सेदारी की बात दोहराता रहता है. जिसका हवाला देकर भगवंत मान चुटकी ले रहे हैं. वहीं बीते दिनों हिमाचल सरकार ने प्रदेश मे मौजूद हाइड्रो प्रोजेक्ट्स पर वाटर सेस लगाने का ऐलान किया था, जिसका पंजाब ने विरोध भी किया था और इस मसले पर हिमाचल और पंजाब के मुख्यमंत्री के बीच मुलाकात भी हो चुकी है. मौजूदा वक्त में जब हिमाचल में बाढ़ जैसे हालात हैं और नदियों का पानी पंजाब भी पहुंच रहा है, जहां बाढ़ जैसे हालात बने है. इसे लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री चुटकी ले रहे हैं और कह रहे हैं कि हिमाचल को ये पानी रोकना चाहिए.

हर्षवर्धन चौहान ने किया पलटवार- भगवंत मान के इस बयान पर हिमाचल के कैबिनेट मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने पलटवार किया है. उन्होंने भगवंत मान के बयान को गैर जिम्मेदाराना और बचकाना बताया है. हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि आज हिमाचल और पंजाब जैसे राज्य आपदा से जूझ रहे हैं, ऐसे में एक सूबे के मुख्यमंत्री को ऐसे गैर जिम्मेदाराना बयान शोभा नहीं देते. उन्होंने कहा कि अचानक आई बारिश के कारण जो हालात बने हैं उनपर किसी का जोर नहीं है और पानी पहाड़ों से नीचे मैदानों की ओर ही बहेगा इसमें हिमाचल की सरकार या हिमाचल की जनता जिम्मेदार नहीं है. हर्षवर्धन चौहान ने कहा दो राज्यों के बीच चल रहे विवाद को बैठकर सुलझाया जा सकता है लेकिन आपदा के समय में ऐसे गैर जिम्मेदाराना बयान नहीं देने चाहिए. अगर बारिश के बाद पानी ज्यादा आ गया तो इससे हिमाचल का हक और उसकी लड़ाई खत्म नहीं हो जाती.

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