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गेयटी थियेटर में हैंडीक्राफ्ट की प्रदर्शनी, लोगों के लिए बनी आकर्षण का केंद्र - हिमाचल प्रदेश स्टेट हैंडीक्राफ्ट व हैंडलूम निगम

शिमला के गेयटी थियेटर में इन दिनों हैंडीक्राफ्ट की प्रदर्शनी लगाई गई है. प्रदर्शनी का उद्देश्य हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम के उत्पादों को बाजार उपलब्ध करवाना है.

हैंडीक्राफ्ट की प्रदर्शनी
Handicraft  exhibition in Shimla
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Published : Jan 27, 2020, 9:49 PM IST

शिमला: गेयटी थियेटर में आयोजित हैंडीक्राफ्ट प्रदर्शनी में पहले ही दिन खरीददारों की भीड़ उमड़ रही है. प्रदर्शनी का उद्देश्य हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम के उत्पादों को बाजार उपलब्ध करवाना है.

प्रदर्शनी में वूलन के उत्पादों के साथ ही ब्रांस आइटम और काष्ठ कला की वस्तुएं भी लगाई गई हैं, जो कि लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं. ये प्रदर्शनी हिमाचल प्रदेश स्टेट हैंडीक्राफ्ट व हैंडलूम निगम की ओर से विकास आयुक्त हस्तकला वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली के सहयोग से लगाई गई है. प्रदर्शनी में प्रदेशभर के अलग-अलग क्षेत्रों से हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम में काम कर रहे कारीगर अपने उत्पादों को लेकर लोगों के बीच आए हैं.

वीडियो रिपोर्ट

यहां पर कुल्लू शॉल, याक वूल, पश्मीना शॉल, मफलर, गर्म लेडीज सूट, वूलन जुराबें, नेहरू जैकेट, वूलन स्वेटर, कुल्लू टोपी, चंबा रुमाल तो मिल ही रहा है, लेकिन इसके अलावा प्रदेश की देव परंपरा पर आधारित ब्रास के आइटम्स इस प्रदर्शनी में शामिल की गई हैं.

प्रदर्शनी में पारंपरिक वाद्य यंत्रों को छोटी-छोटी गिफ्ट आइटम्स के रूप में तैयार किया गया है तो वहीं काष्ठ कला की वस्तुएं भी आकर्षण का केंद्र प्रदर्शनी में बनी हुई है. प्रदर्शनी के प्रभारी ईश्वर दत्त शर्मा ने बताया कि इस प्रदर्शनी को गेयटी थिएटर में पांच फरवरी तक लगाया जाएगा.

प्रदर्शनी में लोगों को जहां पर हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम के हाथों से बनाए गए वूलन उत्पाद मुहैया करवाए जा रहे हैं तो वहीं पर काष्ठ कला से बने उत्पाद इस प्रदर्शनी में शामिल किए गए हैं. प्रदर्शनी में बाजार से कम कीमतों पर उत्पाद लगाए गए हैं ताकि कारीगरों को मुनाफा हो सके.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में इस जगह खुलेगी इलेक्ट्रिक व्हीकल फैक्ट्री! इन्वेस्टर्स मीट के दौरान साइन हुआ था MOU

शिमला: गेयटी थियेटर में आयोजित हैंडीक्राफ्ट प्रदर्शनी में पहले ही दिन खरीददारों की भीड़ उमड़ रही है. प्रदर्शनी का उद्देश्य हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम के उत्पादों को बाजार उपलब्ध करवाना है.

प्रदर्शनी में वूलन के उत्पादों के साथ ही ब्रांस आइटम और काष्ठ कला की वस्तुएं भी लगाई गई हैं, जो कि लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं. ये प्रदर्शनी हिमाचल प्रदेश स्टेट हैंडीक्राफ्ट व हैंडलूम निगम की ओर से विकास आयुक्त हस्तकला वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली के सहयोग से लगाई गई है. प्रदर्शनी में प्रदेशभर के अलग-अलग क्षेत्रों से हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम में काम कर रहे कारीगर अपने उत्पादों को लेकर लोगों के बीच आए हैं.

वीडियो रिपोर्ट

यहां पर कुल्लू शॉल, याक वूल, पश्मीना शॉल, मफलर, गर्म लेडीज सूट, वूलन जुराबें, नेहरू जैकेट, वूलन स्वेटर, कुल्लू टोपी, चंबा रुमाल तो मिल ही रहा है, लेकिन इसके अलावा प्रदेश की देव परंपरा पर आधारित ब्रास के आइटम्स इस प्रदर्शनी में शामिल की गई हैं.

प्रदर्शनी में पारंपरिक वाद्य यंत्रों को छोटी-छोटी गिफ्ट आइटम्स के रूप में तैयार किया गया है तो वहीं काष्ठ कला की वस्तुएं भी आकर्षण का केंद्र प्रदर्शनी में बनी हुई है. प्रदर्शनी के प्रभारी ईश्वर दत्त शर्मा ने बताया कि इस प्रदर्शनी को गेयटी थिएटर में पांच फरवरी तक लगाया जाएगा.

प्रदर्शनी में लोगों को जहां पर हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम के हाथों से बनाए गए वूलन उत्पाद मुहैया करवाए जा रहे हैं तो वहीं पर काष्ठ कला से बने उत्पाद इस प्रदर्शनी में शामिल किए गए हैं. प्रदर्शनी में बाजार से कम कीमतों पर उत्पाद लगाए गए हैं ताकि कारीगरों को मुनाफा हो सके.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में इस जगह खुलेगी इलेक्ट्रिक व्हीकल फैक्ट्री! इन्वेस्टर्स मीट के दौरान साइन हुआ था MOU

Intro:शिमला के गेयटी थियेटर में आयोजित हैंड क्राफ्ट प्रदर्शनी में पहले ही दिन खरीददारों की भीड़ उमड़ रही है। खास बात यह है कि इस प्रदर्शनी में जो भी उत्पाद लगाए गए हैं उनको लगाने के पीछे का उद्देश्य मात्र एक ही है कि जो कारीगर अभी भी हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम के प्रोडक्ट तैयार कर रहे हैं उन्हें इस तरह की मार्केट अपने उत्पादों को बेचने के लिए प्रदान करवाई जाए जिससे कि वह खरीदारों तक खुद संपर्क कर सके। यही उद्देश्य शिमला के गेयटी थिएटर में लगी इस प्रदर्शनी में प्राप्त होता भी नजर आ रहा है। प्रदर्शनी में वूलन के उत्पादों के साथ ही ब्रांस आइटम और काष्ठ कला की वस्तुएं भी लगाई गई है जो कि लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।




Body:यह प्रदर्शनी हिमाचल प्रदेश स्टेट हैंडीक्राफ्ट एवं हैंडलूम निगम की ओर से विकास आयुक्त हस्तकला वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली के सहयोग से लगाई गई है। प्रदर्शनी में प्रदेशभर के अलग-अलग क्षेत्रों से हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम में काम कर रहे कारीगर अपने उत्पादों को लेकर लोगों के बीच आए हैं। यहां पर कुल्लू शॉल,याक वूल, पश्मीना शॉल, मफलर,गर्म लेडीज सूट,वूलन जुराबें, नेहरू जैकेट, वूलन स्वेटर, कुल्लू टोपी, चंबा रुमाल तो मिल ही रहा है लेकिन इसके अलावा प्रदेश की देव परंपरा पर आधारित ब्रास के आइटम्स इस प्रदर्शनी में शामिल की गई है। प्रदर्शनी में जहां देवताओं के यहां बजने वाले पारंपरिक वाद्य यंत्रों को छोटी-छोटी गिफ्ट आइटम्स के रूप में तैयार किया गया है। तो वहीं काष्ठ कला की वस्तुएं भी यहां आकर्षण का केंद्र प्रदर्शनी में बनी हुई है।




Conclusion:इस प्रदर्शनी के प्रभारी ईश्वर दत्त शर्मा ने बताया कि इस प्रदर्शनी को गेयटी थिएटर में 5 फरवरी तक लगाया जाएगा। प्रदर्शनी में लोगों को जहां पर हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम के हाथों से बनाए गए वूलन उत्पाद मुहैया करवाए जा रहे हैं तो वहीं पर काष्ठ कला से बने उत्पाद इस प्रदर्शनी में शामिल किए गए हैं। सबसे खास बात यह है कि प्रदर्शनी में बाजार से कम कीमतों पर उत्पात लगाए गए हैं ताकि कारीगरों को मुनाफा हो सके, तो वहीं लोग भी इन उत्पादों की जमकर खरीदारी कर सकें। उन्होंने बताया कि यह प्रयास किया गया है जिससे हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट जैसे पारंपरिक कला को संजोए रखने का काम कर रहे कारीगरों को उनके उत्पादों को बेचने के लिए सही बाजार उपलब्ध करवाया जा सके जिससे कि उन्हें मुनाफा हो और वह इस काम को आगे भी बढ़ाते रहें।
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