शिमला: हिमाचल को झकझोर कर रख देने वाले गुड़िया दुष्कर्म व हत्या मामले में इसी महीने फैसला आ सकता है. शिमला की विशेष अदालत में 16 अप्रैल को सुनवाई होनी है. इस मामले में सभी पक्षों की बहस पूरी हो चुकी है. मार्च महीने में 9 तारीख को सुनवाई हुई थी. उसके बाद अब फैसले के आसार हैं.
केस अंतिम आदेश के लिए 16 अप्रैल को लगेगा. सभी पक्षों की बहस पूरी होने के बाद उम्मीद है कि 16 अप्रैल को इस मामले में फैसला आ जाए. दुष्कर्म व हत्या का ये मामला चार साल पहले का है. कोटखाई की दसवीं कक्षा की छात्रा की दांदी जंगल में हत्या कर दी गई थी. उसके साथ दुष्कर्म हुआ था. मामले की जांच सीबीआई ने की थी. पूरी जांच हाईकोर्ट की निगरानी में हुई थी.
परिजन सीबीआई जांच से संतुष्ट नहीं
हालांकि गुड़िया के परिजन सीबीआई जांच से संतुष्ट नहीं हैं और उनका कहना है कि अकेला व्यक्ति ऐसे जघन्य कांड को अंजाम नहीं दे सकता. यहां उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने इस केस में अनिल उर्फ नीलू चरानी को पकड़ा है. सीबीआई के दावे के अनुसार उसके पास केस के वैज्ञानिक साक्ष्य थे. हिमाचल के इस चर्चित मामले में पहले पुलिस ने जांच की थी.
पुलिस ने मामले को सुलझाने का दावा किया और कुछ लोगों को पकड़ा भी था, लेकिन बाद में एक कथित आरोपी सूरज की कस्टोडियल डैथ से मामले में नया मोड़ आ गया. जांच सीबीआई के पास गई और सीबीआई ने सूरज कस्टोडियल डैथ मामले में आईजी रैंक के अफसर जहूर जैदी को गिरफ्तार किया.
16 अप्रैल को फैसला आने की उम्मीद
सीबीआई ने गहन जांच के बाद अनिल उर्फ नीलू चरानी को पकड़ा. नीलू आदतन अपराधी है और पहले भी एक केस में नाहन जेल में रह चुका है. उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है. अब शिमला की विशेष अदालत से 16 अप्रैल को फैसला आने की उम्मीद है.
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