शिमला: राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह द्वारा आचार संहिता का उल्लंघन करने जैसा मामला हिमाचल में भी आ चुका है, जिसकी वजह से तत्कालीन राज्यपाल गुलशेर अहमद को इस्तीफा देना पड़ा था.
दरअसल राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह ने कुछ दिन पहले बीजेपी की सरकार और नरेंद्र मोदी को एक बार फिर प्रधानमंत्री बनाने की अपील की थी. कल्याण सिंह के इस बयान को चुनाव आयोग ने आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर इस मामले को संज्ञान लेने की बात कही है. ये पहली बार नहीं है जब आचार संहिता का उल्लंघन मामले में किसी राज्यपाल का नाम आया है. इससे पहले 90 के दशक में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल गुलशेर अहमद को आचार संहिता के उल्लंघन के चलते इस्तीफा देना पड़ा था.
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल दो मंहगा पड़ा था पुत्र मोह
बात साल 1993 की है जब हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल गुलशेर अहमद थे और उनके बेटे सईद अहमद मध्य प्रदेश के अमरपट्टन सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ रहे थे. राज्यपाल गुलशेर अहमद अपने बेटे के चुनाव प्रचार के लिए अमरपट्टन सीट पहुंच गए थे. इसके बाद चुनाव आयोग ने राज्यपाल के इस कदम को लेकर नाराजगी जाहिर की थी, इसके बाद गुलशेर अहमद को इस्तीफा देना पड़ा था.
कल्याण सिंह का हिमाचल कनेक्शन
कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और मौजूदा समय में राजस्थान के राज्यपाल हैं. खास बात ये है कि राजस्थान के राज्यपाल रहते हुए ही उन्हें साल 2015 में हिमाचल के राज्यपाल पद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था.