शिमलाः प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बेमौसम हुयी बर्फबारी और ओलावृष्टि से बागवानों और किसानों को खासा नुकसान हुआ है. प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों की बात करें तो यहां के लोग सबसे ज्यादा सेब की पैदावार करते हैं और सभी लोग बागवानी पर निर्भर हैं. ऐसे में बीते दिनों हुई बर्फबारी और ओलावृष्टि से सेब की फसल तबाह हुई है. बागवानों के लिए आपातकाल जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है.
बर्फबारी और भारी ओलावृष्टि से सेब की फसल बर्बाद
बर्फबारी और भारी ओलावृष्टि से सेब के पेड़ों को जो अभी पिंक बर्ड, फ्लावरिंग या सेटिंग स्टेज के समय से गुजर रहे थे. यह फसल का सबसे महतवपूर्ण समय होता है ठीक इसी समय भारी हिमपात और ओलावृष्टि ने सेब के पेड़ों की टहनियों को तोड़ दिया है. कई जगहों पर सेब के पेड़ों के जड़ से उखड़ जाने की घटनाएं भी सामने आई हैं.
जिला परिषद सदस्य ने सरकार से की मांग
जिला परिषद सदस्य और कांग्रेस नेता मोनिता चौहान ने गैर मौसमी बर्फबारी से हुए नुकसान पर प्रदेश सरकार से किसानों को उनके नुकसान का मुआवजा देने की मांग की है. साथ ही सरकार से इस बुरे वक्त में किसानों के साथ खड़ा रहने की मांग की है.
डोडरा क्वार क्षेत्र के बागवानों पर ध्यान देने की अपील
मोनिता चौहान ने अपने जिला परिषद वार्ड के अंतर्गत आने वाले डोडरा क्वार क्षेत्र के बागवानों का खासा ध्यान रखने की अपील सरकार से की है क्योंकि वहां बर्फबारी से ज्यादा नुकसान हुआ है. वहीं, उन्होंने इस क्षेत्र को जनजातीय क्षेत्र की श्रेणी में लाने मांग भी रखी.
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