शिमला: सेब सीजन में सेब के पैसे न मिलने से बागवानों में रोष दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. पिछले कुछ दिनों पहले बागवानों ने नारकण्डा में आढ़तियों की मनमानी और समय पर पैसे ने मिलने पर रोष प्रदर्शन किया. यही नहीं बागवानों ने विधायक राकेश सिंघा के साथ मिलकर चक्का जाम कर सरकार से आढ़तियों पर शिंकजा कसने की मांग की थी, लेकिन अभी तक कई आढ़ती अपनी दुकानें बंद कर रफू चक्कर हो गए हैं.
बागवानों की समस्या को लेकर विधायक राकेश सिंघा से ने मंगलवार को बागवानों से मुलाकात की और आगामी रूपरेखा पर विचार विमर्श किया. इस दौरान राकेश सिंघा ने कहा कि सरकार सेब के पैसे दिलवाने के लिए बिलकुल प्रयास नहीं कर रही है. सरकारी तंत्र पूरी तरह से गहरी नींद में सोया है और बागवानों का पैसा आढ़तियों के पास फंसा हुआ है.
राकेश सिंघा ने कहा कि कानून के मुताबिक सेब का पैसा सेब बिकने के दिन ही देना होता है, लेकिन आढ़तियों की मनमानी के सामने सरकार भी बेबस है. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की है, लेकिन अगर 15 अक्टूबर तक सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो एक बार फिर बागवान सड़कों पर उतरकर चक्का जाम करेगा जिसके लिए सरकार जिमेदार होगी.
आपको बता दें कि सेब सीजन में समय पर पैसे न मिलने से इन दिनों बागवानों का रोष सरकार के प्रति बढ़ता जा रहा है और कई आढ़ती भी अब अपना सामान बांधकर रफू चक्कर होने की आड़ में है. ऐसे में बागवानों ने सरकार से मांग की है कि जल्द आढ़तियों पर शिकंजा कस कर बागवानों के पैसे वापिस दिला दिए जाएं.
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