शिमला: चालबाजी के इस दौर में एक परिवार को दूसरों पर भरोसा करना भारी पड़ गया. आंख मूंद कर भरोसा करने के कारण पूरा परिवार सड़क पर आ गया है. अब पीड़ित परिवार न्याय पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है.
दरासल सोलन जिला के अर्की के दान सिंह भंडारी ने 2018 में एक व्यक्ति को दो मालवाहक ट्रक की टोकन मनी दे दी. इसके बाद इन ट्रकों पर 5 लाख का लोन ले लिया. धीरे धीरे दान सिंह ने 2 साल में ब्याज सहित पूरा लोन चुकता कर दिया.
लोन चुकता होते ही ट्रक मालिक के मन में खोट आ गया और उसने दान सिंह को ट्रक देने से इन्कार कर दिया. ट्रक देने वाले ने धोखाधड़ी से टोकन भी अपने नाम कर लिया. इस मामले को लेकर बिमला देवी के परिवार ने पुलिस से लेकर संबंधित विभागों से शिकायत की गई,लेकिन कुछ नहीं हुआ.
अब बिमला देवी का काम ठप पड़ गया और ट्रक खड़े हो गए हैं. बैंक ने लोन न चुकाने के कारण घर सील कर दिया. परिवार कोरोना काल और भारी बरसात में घर से बेघर हैं. पीड़ित परिवार ने सरकार से न्याय की गुहार लगाई है. पीड़ित के वकील ने पत्रकार वार्ता में बताया उन्होंने हर संभव प्रयास किया, लेकिन उन्हें न्याय नही मिला .अब अंत मे सरकार से मांग की गई पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाए.
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