शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा वीरभद्र सिंह को अर्की विधानसभा की जिम्मेदारी न निभाने के आरोपों पर वीरभद्र सिंह ने पलटवार किया है और उन्हें विकास के नाम पर प्रदेश की जनता को गुमराह न करने की नसीहत दी है. उन्होंने कहा है कि तीन सालों के बाद आज मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को अर्की व जिला सोलन की याद आई है.
उन्होंने कहा है कि अर्की क्षेत्र का विधायक होने से वह अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी जानते हैं. मुख्यमंत्री उन्हें न सिखाए कि एक जनप्रतिनिधि के अपने क्षेत्र के प्रति क्या कर्तव्य होते हैं. उन्होंने कहा है कि उन्हें प्रदेश के लोगों ने विगत 60 वर्षों से देश व प्रदेश की सेवा करने का मौका दिया है, इसलिए जयराम न सिखाएं कि उन्हें क्या करना है.
सीएम जयराम प्रदेश का विकास करने में पूरी तरह असफल
वीरभद्र सिंह ने कहा कि जयराम प्रदेश का विकास करने में पूरी तरह असफल साबित हुए हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को प्रदेश की समस्याओं को दूर करने की ओर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए ना कि अनाप शनाप बयानबाजी कर लोगों को गुमराह करने का कोई प्रयास करना चाहिए.
उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री रहते उन्होंने प्रदेश में जितनी भी योजनाओं के शिलान्यास किए, उन सब का पूरा बजट प्रावधान किया गया था. उन्होंने कहा कि आज जितनी भी योजनाओं के उन्होंने उद्घाटन किए हैं वह सब उनके कार्यकाल की शुरू की गई योजनाएं थीं.
मुख्यमंत्री जयराम को चुनौती
मुख्यमंत्री का यह आरोप है कि इन योजनाओं के लिए समुचित बजट प्रावधान नहीं था. सरासर गलत व झूठा है. उन्होंने मुख्यमंत्री को चुनौती दी कि वह साबित करें कि किस योजना को बगैर बजट प्रावधान शिलान्यास किया गया था.
वीरभद्र सिंह ने कहा है कि मुख्यमंत्री विकास के नाम पर प्रदेशवासियों को गुमराह करने का प्रयास न करें. उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को अनाप शनाप बयानबाजी के प्रति चेताया है.