शिमलाः पहाड़ो की रानी शिमला में स्वच्छता एटीएम लगने जा रहे हैं. इक्को मैक्स गो कंपनी यह एटीएम शहर की पांच जगहों पर लगाने जा रही है. शहरवासी प्लास्टिक, टीन और कांच की खाली पड़ी बेकार बोतलों को एटीएम में डाल कर पैसे कमा सकते हैं. इससे जहां शहर साफ सुथरा होगा वहीं लोगों को आमदनी भी होगी. लोगों को सिर्फ यह बोतलें स्वच्छ एटीएम में डालनी होंगी इसके बाद तुरंत ही इनका पैसा लोगों के अकाउंट में आ जाएगा.
शहर में इन जगहाें पर लगेंगे एटीएम
नगर निगम शिमला शहर में पांच स्वच्छ एटीएम लगाने जा रहा है. इसके लिए जगह भी चिन्हित कर ली है. रिज, मालरोड, आईजीएमसी, ओल्ड बस स्टैंड और न्यू बस स्टैंड पर यह स्वच्छ एटीएम स्थापित किए जा रहे हैं. यह मशीनें शिमला पहुंच गई हैं.
इन्हें अभी टुटीकंडी पार्किंग में रखा गया है. जल्द ही इन्हें स्थापित किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट पर निगम का कोई पैसा खर्च नहीं होगा. निगम को सिर्फ इन्हें स्थापित करने के लिए जगह देनी है.
हर मशीन पर कंपनी का एक कर्मचारी भी तैनात रहेगा, जो लोगों को इसे चलाने का तरीका बताएगा. सबसे पहले लोगों को अपना मोबाइल नंबर इस मशीन में डालना होगा. फिर बोतलें मशीन में डाली जाएंगी. इसके बाद इसका पैसा ऐप के जरिए लोगों को मिल जाएगा. लोग ऐप से इस पैसे को अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं. इससे रिचार्ज या बिल भुगतान भी कर सकेंगे. इन मशीनों के लगने से निगम का काम भी कम होगा. वहीं, लोगों को भी अब बोतलों को देने के लिए कबाड़ी का इतंजार नहीं करना पड़ेगा.
नगर निगम आयुक्त ने बताया
नगर निगम आयुक्त आशीष कोहली ने कहा कि यह मशीनें शिमला पहुंच गई हैं। इन्हें स्थापित करने के लिए जगह भी चिन्हित कर ली है. लोग बेकार पड़ी बोतलें इसमें डाल सकेंगे. इसके बदले में उन्हें पैसे भी मिलेंगे.जल्द ही इन एटीएम को स्थापित कर दिया जाएगा.
बता दें शिमला शहर में अभी तक खास तौर पर जंगलों और पहाडि़यों या सार्वजनिक स्थानों में लोग पानी की बोतलें और जूस की बोतलों को यहां-वहां फेंक देते हैं. वहीं शिमला शहर पयर्टन नगरी है यहां पर काफी संख्या में सैलानी घूमने आते हैं. ऐसे में निगम का प्रयास रहेगा कि वह इन स्वच्छ एटीएम को ऐसे स्थान में रखे जहां ज्यादा से ज्यादा लोग इसका इस्तेमाल कर सकें.
कांच के तीन, प्लास्टिक बोतल के मिलेंगे दो रुपए
कांच की बोतल डालने पर तीन रुपए, जबकि प्लास्टिक और टीन की बोतल डालने पर दो रुपए मिलेंगे. नगर निगम प्रशासन के अनुसार शहर में पार्किंग, सड़कों समेत काफी जगहों पर खाली बोतलें बिखरी रहती हैं. मशीनें लगने से लोग यह बोतलें बेकार फेंकने की बजाय मशीन में डाल सकेंगे. इसके अलावा कूड़ा उठाने वाले कर्मचारी भी बोतलें इकट्ठा कर कमाई कर सकेंगे.