शिमला: इलेक्ट्रिक बसों के संचालन को और प्रभावी बनाने के लिए अब शिमला शहर में फास्ट चार्जिंग प्वॉइंट लगने जा रहे हैं. अब इलेक्ट्रिक बसें 2 घंटे में नहीं बल्कि 20 मिनट में फुल चार्ज होंगी. एचआरटीसी वर्कशॉप ढली में इसके लिए विशेष विद्युत ट्रांस्फार्मर भी लगा दिया गया है.
अगले एक या दो दिनों के अंदर ढली में इलेक्ट्रिक बसों की फास्ट चार्जिंग की सुविधा मिलना शुरू हो जाएगी. इससे पहले ढली में केवल एक ही चार्जिंग प्वॉइंट था इसपर गाड़ी चार्ज करने के लिए करीब 1 से डेढ घंटा तक लग जाता है, लेकिन फास्ट इलेक्ट्रिक चार्ज प्वांट लगने से अब चार्जिंग प्वॉइंट की संख्या चार हो जाएगी.
पहले जहां एक घंटे से अधिक समय एक बस को चार्ज होने में लगता था वहीं अब अधिकतम 20 मिनट में बस चार्ज हो जाएगी. इससे ना केवल यात्रियों को सुविधा मिलेगी बल्की जगह की कमी से जुझ रहे वर्कशॉप पर गाडियों का बोझ कम होगा.
आरएम शिमला देवासेन नेगी ने बताया कि इससे पहले एक से दो गाडिय़ां खड़ी रखनी पड़ती थी मौजूदा समय में ढली वर्कशॉप में नॉर्मल चार्जर लग हुआ था. ऐसे में बसों को चार्ज करने के लिए एक से डेढ घंटा लगता था. वहीं निगम प्रबंधन को पहले से एक या दो बसें चार्ज कर रखनी पड़ती थी, ताकि जैसे ही किसी बस की चार्जिंग खत्म हो जाए तो दूसरी बस रूट पर भेजी दी जाती थी.
वहीं, बसे हर समय चार्जिंग के लिए खड़ी होने के कारण जगह भी कम पड़ती थी. अब बसें वर्कशॉप में आएंगी और 15 से 20 मिनट में चार्ज होकर रूट पर रवाना हो जाएंगी. डीएस नेगी ने कहा कि ढली में फास्टिंग चार्ज स्थापित करने के बाद ओल्ड बस स्टैंड में यह चार्जर स्थापित करने का निगम का प्लान है.
ओल्ड बस स्टैंड में दो फास्टिंग चार्ज लगाए जाएंगे, क्योंकि ओल्ड बस स्टैंड से सबसे अधिक बसें आईएसबीटी की ओर जाती हैं. निगम प्रबंधन ने आईएसबीटी के लिए इलेक्ट्रिक बसें ही चलाई है. बस स्टैंड में बसें धीरे-धीरे चार्ज होने के कारण एक बस तो चार्जिंग के लिए लगा कर रखना पड़ता है.
ढली में फास्टिंग चार्जर के लिए चार्जिंग प्वांइट लगाने के बाद अब फास्टिंग चार्जर पहुंच गया है. वर्कशाप में दो प्वांइट लगाए जाए रहे हैं. बिजली से संबधित कुछ कार्य बाकी रह गए हैं. एक या दो दिनों में नए फास्टिंग चार्जर से बसें 20 मिनट में चार्ज होगी.