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कर्जमाफी ना होने से राजस्थान में किसान ने की खुदकुशी...सुसाइड नोट में गहलोत और पायलट को बताया मौत का जिम्मेदार

श्रीगंगानगर जिले के रायसिंहनगर क्षेत्र के ठाकरी गांव में सोहनलाल मेघवाल नामक किसान ने रविवार दोपहर में जहर खाकर खुदकुशी कर ली. जानकारी के मुताबिक किसान सोहनलाल मेघवाल राज्य सरकार द्वारा कर्ज माफ की घोषणा करने के बाद भी कर्ज माफ नहीं होने को लेकर परेशान था. सोहनलाल के सिंडिकेट व ओबीसी बैंक खातों में लगभग तीन लाख रूपये के करीब बैंक का ऋण होने के कारण बैंक की तरफ से लगातार दबाव बनाया जा रहा था.मृतक के पास सुसाइड नोट भी मिला है.

कर्जमाफी ना होने से किसान ने की आत्महत्या
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Published : Jun 25, 2019, 7:51 PM IST

शिमला/श्रीगंगानगर(राजस्थान): गांव ठाकरी निवासी 45 वर्षीय सोहनलाल मेघवाल ने रविवार दोपहर में अपने घर में जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया. उसे गंभीर अवस्था में इलाज के लिए रायसिंहनगर के सरकारी अस्पताल में लाया गया. बताया जाता है कि रविवार दोपहर में जहरीली वस्तु का सेवन करने से पहले किसान सोहनलाल ने सोशल मीडिया पर मैसेज डाला 'भाइयों अंतिम राम-राम'.ठाकरी के लोगों ने जैसे ही मैसेज देखा. तत्काल किसान के घर पहुंच गए. देखा तो सोहनलाल लाल की हालत गंभीर थी. उसे ग्रामीण और परिजन तत्काल रायसिंहनगर अस्पताल लाए. जहां से उसे श्रीगंगानगर रेफर कर दिया गया. लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.

कर्जमाफी ना होने से किसान ने की आत्महत्या. (वीडियो)

वहीं किसान नेताओं ने सोहनलाल द्वारा सुसाइड करने की घटना पर आक्रोश जताते हुए जमकर नारेबाजी की और शव का पोस्टमार्टम नहीं करने देने पर अड़ गए. हालांकि बाद में पुलिस-प्रशासन ने कर्जा तुरंत माफ़ करने का आश्वाशन देकर पोस्टमार्टम के लिए परिजनों को राजी किया और आनन-फानन में पोस्टमार्टम करवाकर शव का अंतिम संस्कार करवा दिया.

उधर किसान सोहनलाल द्वारा मृत्यु से पहले लिखे गए सुसाइड नोट में किसानो का कर्ज माफ़ नहीं करने के चलते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व उपमुख्यमंत्री को जिम्मेवार बताने के बाद किसान नेताओं ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है. वहीं डीएसपी जयसिंह तंवर ने बताया की मामले में चुनाव के समय जो किसानो का कर्जा माफ़ करने की बात कहीं थी वह पूरी नहीं होने पर किसान ने आत्महत्या का कदम उठाया है. इसकी जांच की जा रही है उसके बाद आगामी कार्रवाई की जायेगी.

सुसाइड नोट में लिखा है कि "मैं सोहनलाल कड़ेला आज अपनी जीवनलीला समाप्त करने जा रहा हूं. इसमें किसी का कोई दोष नहीं है. इस मौत के जिम्मेदार गहलोत, सचिन पायलट हैं. उन्होंने वायदा किया था कि दस दिन में आपका कर्जा माफ कर देंगे, हमारी सरकार आई तो. अब इनके वादे का क्या होगा. भाइयों से विनती है कि मेरी लाश तब तक न उठाना जब तक सभी भाइयों का कर्ज माफ ना हो. आज सरकार झुकाने का वक्त आ गया है. अब इनका मतलब निकल गया है. सभी भाइयों से विनती है कि मैं किसान भाइयों के लिए मरने जा रहा हूं. सबका भला होना चाहिए. किसान की एकता को आज दिखाना है. मेरी मौत का मुकदमा अशोक गहलोत पर कर देना. यह आपसे विनती है. मेरे गांव ठाकरी के वासियों से विनती करता हूं कि गांव में एकता बनाए रखना. मेरा घर, मेरा परिवार आप लोगों के भरोसे छोड़कर जा रहा हूं. मेरे परिवार का ख्याल रखना.'

शिमला/श्रीगंगानगर(राजस्थान): गांव ठाकरी निवासी 45 वर्षीय सोहनलाल मेघवाल ने रविवार दोपहर में अपने घर में जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया. उसे गंभीर अवस्था में इलाज के लिए रायसिंहनगर के सरकारी अस्पताल में लाया गया. बताया जाता है कि रविवार दोपहर में जहरीली वस्तु का सेवन करने से पहले किसान सोहनलाल ने सोशल मीडिया पर मैसेज डाला 'भाइयों अंतिम राम-राम'.ठाकरी के लोगों ने जैसे ही मैसेज देखा. तत्काल किसान के घर पहुंच गए. देखा तो सोहनलाल लाल की हालत गंभीर थी. उसे ग्रामीण और परिजन तत्काल रायसिंहनगर अस्पताल लाए. जहां से उसे श्रीगंगानगर रेफर कर दिया गया. लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.

कर्जमाफी ना होने से किसान ने की आत्महत्या. (वीडियो)

वहीं किसान नेताओं ने सोहनलाल द्वारा सुसाइड करने की घटना पर आक्रोश जताते हुए जमकर नारेबाजी की और शव का पोस्टमार्टम नहीं करने देने पर अड़ गए. हालांकि बाद में पुलिस-प्रशासन ने कर्जा तुरंत माफ़ करने का आश्वाशन देकर पोस्टमार्टम के लिए परिजनों को राजी किया और आनन-फानन में पोस्टमार्टम करवाकर शव का अंतिम संस्कार करवा दिया.

उधर किसान सोहनलाल द्वारा मृत्यु से पहले लिखे गए सुसाइड नोट में किसानो का कर्ज माफ़ नहीं करने के चलते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व उपमुख्यमंत्री को जिम्मेवार बताने के बाद किसान नेताओं ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है. वहीं डीएसपी जयसिंह तंवर ने बताया की मामले में चुनाव के समय जो किसानो का कर्जा माफ़ करने की बात कहीं थी वह पूरी नहीं होने पर किसान ने आत्महत्या का कदम उठाया है. इसकी जांच की जा रही है उसके बाद आगामी कार्रवाई की जायेगी.

सुसाइड नोट में लिखा है कि "मैं सोहनलाल कड़ेला आज अपनी जीवनलीला समाप्त करने जा रहा हूं. इसमें किसी का कोई दोष नहीं है. इस मौत के जिम्मेदार गहलोत, सचिन पायलट हैं. उन्होंने वायदा किया था कि दस दिन में आपका कर्जा माफ कर देंगे, हमारी सरकार आई तो. अब इनके वादे का क्या होगा. भाइयों से विनती है कि मेरी लाश तब तक न उठाना जब तक सभी भाइयों का कर्ज माफ ना हो. आज सरकार झुकाने का वक्त आ गया है. अब इनका मतलब निकल गया है. सभी भाइयों से विनती है कि मैं किसान भाइयों के लिए मरने जा रहा हूं. सबका भला होना चाहिए. किसान की एकता को आज दिखाना है. मेरी मौत का मुकदमा अशोक गहलोत पर कर देना. यह आपसे विनती है. मेरे गांव ठाकरी के वासियों से विनती करता हूं कि गांव में एकता बनाए रखना. मेरा घर, मेरा परिवार आप लोगों के भरोसे छोड़कर जा रहा हूं. मेरे परिवार का ख्याल रखना.'

हेडर   :  कर्जा माफ़ नहीं होने पर मरने से पहले किसान ने लिखा सुसाइड नॉट. 

एंकर  : श्रीगंगानगर जिले के रायसिंहनगर क्षेत्र के ठाकरी गांव में सोहनलाल मेघवाल नामक किसान ने रविवार दाेपहर में जहर खाकर खुदकुशी कर ली। जानकारी के मुताबिक किसान सोहनलाल मेघवाल राज्य सरकार द्वारा कर्ज माफ की घोषणा करने के बाद भी कर्ज माफ़ नहीं होने को लेकर परेशान था। सोहनलाल के सिंडिकेट व ओबीसी बैंक खातों में लगभग तीन लाख रूपये के करीब बैंक का ऋण होने के कारण बैंक की तरफ से लगातार दबाव बनाया जा रहा था.मृतक के पास सुसाइड नाेट भी मिला है। गांव ठाकरी निवासी 45 वर्षीय सोहनलाल मेघवाल ने रविवार दोपहर में अपने घर में जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। उसे गंभीर अवस्था में इलाज के लिए रायसिंहनगर के सरकारी अस्पताल में लाया गया। बताया जाता है की रविवार दाेपहर में जहरीली वस्तु का सेवन करने से पहले किसान सोहनलाल ने साेशल मीडिया पर मैसेज डाला ‘भाइयाे अंतिम राम-राम।’ ठाकरी के लाेगाें ने जैसे ही मैसेज देखा तत्काल किसान के घर पहुंच गए। देखा ताे साेहनलाल लाल की हालत गंभीर थी। उसे ग्रामीण व परिजन तत्काल रायसिंहनगर अस्पताल लाए। जहां से उसे श्रीगंगानगर रैफर कर दि या गया। लेकिन रास्ते में ही उसकी माैत हाे गई। वहीँ किसानो नेताओ ने सोहनलाल द्वारा सुसाइड करने की घटना पर आक्रोश जताते हुए जमकर नारेबाजी की और शव का पोस्टमार्टम नहीं करने देने पर अड़ गए.हालांकि बाद में पुलिस-प्रशासन ने कर्जा तुरंत माफ़ करने का आश्वाशन देकर पोस्टमार्टम के लिए परिजनों को राजी किया और आनन फानन में पोस्टमार्टम करवाकर शव का अंतिम संस्कार करवा दिया। उधर किसान सोहनलाल द्वारा मृत्यु से पहले लिखे गए सुसाइड नोट में किसानो का कर्ज माफ़ नहीं करने के चलते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व उपमुख्यमंत्री को जिम्मेवार बताने के बाद किसान नेताओ ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है.वहीँ डीएसपी जयसिंह तंवर ने बताया की मामले में चुनाव के समय जो किसानो का कर्जा माफ़ करने की बात कहीं थी वह पूरी नहीं होने पर किसान ने आत्महत्या का कदम उठाया है इसकी जाँच की जा रही है उसके बाद आगामी कारवाई की जायेगी। 

 सुसाइड नाेट... मेरी माैत के अशाेक गहलाेत व सचि न पायलट जिम्मे दार, इन्होंने वादा किया था कि 10 दिन में कर्ज माफ कर देंगे लेकिन किया नहीं।

"मैं साेहनलाल कड़ेला अाज अपनी जीवनलीला समाप्त करने जा रहा हूं। इसमें किसी का काेई दाेष नहीं है। इस माैत के जिम्मेदार गहलाेत,सचिन पायलट हैं। उन्होंने वायदा किया था कि दस दिन में अापका कर्जा माफ कर देंगे,हमारी सरकार अाई ताे। अब इनके वादे का क्या हाेगा। भाइयाें से विनती है। मेरी लाश तब तक न उठाना जब तक सभी भाइयाें का कर्ज माफ हाे। अाज सरकार झुकाने का वक्त अा गया है। अब इनका मतलब निकल गया है। सभी भाइयाें से विनती है,मैं किसान भाइयाें के लिए मरने जा रहा हूं। सबका भला हाेना चाहिए। किसान की एकता काे अाज दिखाना है। मेरी माैत का मुकदमा अशाेक गहलाेत पर कर देना। यह अापसे विनती है। मेरे गांव ठाकरी के वासि याें से विनती करता हूं कि गांव में एकता बनाए रखना। मेरा घर,मेरा परिवार अाप लाेगाें के भराेसे छाेड़कर जा रहा हूं। मेरे परिवार का ख्याल रखना।
(साेहनलाल कड़ेला। 23/ 6/ 2019)




BITE  : JAYSINGH TANWAR,DSP.
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