शिमला: एक अप्रैल से 13 जुलाई, 2021 तक करीब 12 करोड़ 44 लाख रुपये जारी किए गए हैं. इनमें से आठ करोड़ 71 लाख खर्च किए जा चुके हैं. यह जानकारी पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर (Virendra Kanwar) ने शुक्रवार गौ सदन आयोग की बैठक (Gau Sadan Commission meeting) में दी.
वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि गौ सदन, गौशाला, गौ अभ्यारण्य सहायता योजना के अंतर्गत जो मार्च से जून 2021 तक दो करोड़ 85 लाख रुपये की सहायता प्रदान की गई, जिसमें गौ सदन, गौशाला, गौ अभ्यारण्य को प्रत्येक गौवंश के भरण-पोषण के लिए हर महीने 500 रुपये की सहायता राशि प्रदान की गई.
कंवर ने कहा कि राज्य सरकार (state government) बेसहारा गौवंश के संरक्षण के लिए प्रदेश में गौ सदनों और गौ अभ्यारण्यों को सुदृढ़ करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में छोड़े हुए पशुओं को संरक्षण, पुनर्वास और आश्रय प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार अनेक प्रयास कर रही है. अब तक सरकार ने 17,407 बेसहारा गौवंश को आश्रय प्रदान कर चुकी है.
उन्होंने कहा कि बेसहारा गौवंश को आश्रय प्रदान करने के मामले में हिमाचल को आदर्श राज्य (ideal state) बनाने के प्रयास किए जाएंगे. उन्होंने गौ सेवा आयोग के सरकारी व गैर सरकारी सदस्यों के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा कि गौ सेवा आयोग द्वारा लोगों को सूचना प्रदान करने के लिए शीघ्र एक वेबसाइट (website) आरंभ की जाएगी, जिसमें अंशदान की सुविधा भी उपलब्ध होगी.
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