शिमला: इस साल प्रदेश के शीतकालीन स्कूलों में छात्रों को समय पर किताबें पहुंचा दी जाएंगी. इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. स्कूलों में प्रारंभिक शिक्षा विभाग कक्षाएं शुरू होने से पहले स्कूलों में किताबें पहुंचाएगा. किताबों का वितरण भी शिक्षा विभाग ने शुरू कर दिया है.
बता दें कि पहली से पांचवी कक्षा तक की किताबों को स्कूल में पहचाने की ड्यूटी ब्लॉक एलीमेंट्री एजुकेशन ऑफिसर को दी गई है, जबकि छठ से दसवीं तक के किताबों की जिम्मेदारी ब्लॉक प्रोजेक्ट ऑफिसर को सौंपी है. यह किताबें शीतकालीन स्कूलों में विभाग की ओर से भिजवाई जा रही हैं.
शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए भेजी जा रही हैं किताबें
शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए किताबें भिजवाई जा रही हैं. विभाग की ओर से छात्रों को निशुल्क किताबें उपलब्ध करवाई जाती हैं. इस बार इस प्रक्रिया को पहले ही पूरा किया जा रहा है, जिससे कि स्कूलों में कक्षाएं शुरू होते ही छात्रों को किताबें वितरित कर दी जाएं. प्रारंभिक शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों को प्राप्त की गई किताबों का ब्यौरा देने के निर्देश भी जारी किए हैं.
प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय की ओर से प्रधानाचार्य और जिला उप निदेशकों को निर्देश जारी किए गए हैं. इसे लेकर एक परफॉर्मा भी विभाग ने जारी किया गया है, जिसमें क्लास वाइज छात्रों का आंकड़ा भी विभाग में स्कूलों से मांगा है. किताबों के आवंटन की प्रक्रिया शिक्षा विभाग अगले सप्ताह से स्कूलों में शुरू कर देगा.
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जिन शीतकालीन स्कूलों में यह किताबें दी जाएंगी उसमें शिमला, सिरमौर और चंबा, कुल्लू, मंडी, किन्नौर जिला शामिल हैं. विभाग ने बुक डिपो में यह किताबें पहुंचा दी हैं. इसके बाद स्कूलों तक यह पुस्तकें पहुंचाने की जिम्मेदारी बीईईओ और बी पी ओ की तय की गई है.
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