शिमला: देश व प्रदेश में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. भारत में 5 लाख से अधिक लोग कोरोना संक्रमित हो गए हैं. वहीं, हिमाचल में 956 कोरोना संक्रमण के मामले अब तक सामने आए हैं, जिसमें से अभी 345 मामले एक्टिव हैं. ऐसे में ईटीवी भारत ने आईजीएमसी में कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे श्वास रोग विभाग के विशेषज्ञ डॉ. आरएस नेगी से बात की.
डॉ आरएस नेगी ने कहा कि लोग कोरोना से बचाव को लेकर खुद सावधानी बरतें. मास्क पहने, सोशल डिस्टेंसिंग बना कर रखें और रेड जोन से आ रहे लोगों से 14 दिन का क्वारंटाइन पूरा होने तक दूरी बनाए रखें. साथ ही उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आने तक दूरी बनाए रखें.
डॉ. आरएस नेगी ने कहा कि आईजीएमसी आने वाले मरीजों को डरने की जरूरत नहीं है. अस्पताल में कोरोना संक्रमितों को आईसोलेशन वॉर्ड में रखा जाता है. इसके बावजूद भी किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति में लक्षण न हो और वो परिसर में घूम रहा है. ऐसे में मरीज व तीमारदार खुद अलर्ट रहें. उन्होंने कहा कि कोरोना से बचने के लिए मास्क का इस्तेमाल करें. हाथ को सेनिटाइज करते रहें साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के नियम की पालना करें.
डॉ. आरएस नेगी ने कहा कि आईजीएमसी में कोरोना संक्रमण के गंभीर मरीज आते हैं, जो दूसरी बीमारी से भी पीड़ित होते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे मरीजों को संबंधित बीमारी का इलाज किया जाता है. डॉ. आरएस नेगी ने कहा कि सावधानी बरत कर हम कोरोना से बच सकते हैं.
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