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शिमला: जिला परिषद में नहीं पूरा हुआ कोरम, अब 11 फरवरी को होगा अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चुनाव

शिमला जिला परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चयन कोरम पूरा नहीं होने के कारण नही हो पाया. उपायुक्त आदित्य नेगी ने कहा कि जिला परिषद अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पदों के लिए होने वाले चुनाव की पहली बैठक में कुल सदस्यों में से दो तिहाई सदस्यों का उपस्थित होना अनिवार्य था. इसमें से आज सिर्फ तीन जिला परिषद सदस्य ही शामिल हो सके. अब चुनाव के लिए अगली तारीख 11 फरवरी निर्धारित की गई है

DC Shimla on district council
शिमला जिला परिषद के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव.
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Published : Feb 5, 2021, 10:49 AM IST

Updated : Feb 14, 2021, 12:29 PM IST

शिमला: कोरम पूरा नहीं होने के चलते शिमला जिला परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चयन नहीं हो पाया. कांग्रेस और भाजपा दोनों के ही समर्थित जिला परिषद सदस्य बचत भवन में नहीं पहुंचे. कोरम 12 बजे तक भी पूरा नहीं हुआ तो उपायुक्त आदित्य नेगी ने बैठक को स्थगित कर दिया. अब बैठक की अगली तारीख 11 फरवरी तय की गई है.

जिले में जिला परिषद बनाने के लिए कांग्रेस के पास लगभग पूरा बहुमत है. कोरम पूरा करने के लिए माकपा समर्थित तीन सदस्य भी बचत भवन पहुंच गए थे. ऐसे में कांग्रेस समर्थित सदस्य अगर समय पर पहुंच जाते तो जिला परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव समय पर ही हो सकते थे. भाजपा समर्थित सदस्यों के पहले से ही पहुंचने की उम्मीद बहुत कम थी. सूत्रों की मानें तो दो दिन की मैराथन बैठकों के बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष व उपाध्यक्ष दोनों पर ही सहमति नहीं बना पा रही है.

वीडियो रिपोर्ट.

बर्फबारी के बीच राजधानी शिमला में राजनीति तेज

कांग्रेस के विधायक अपने हलके के सदस्यों को कुर्सी तक पहुंचाना चाहते हैं. इसी जंग में कांग्रेस नेताओं के बीच में सहमति नहीं बन पा रही है. वीरवार को बैठक में चुनाव न होने के बाद अब भाजपा भी सक्रिय हो सकती है. इसलिए कांग्रेस को अपने कुनबे को बचाने में काफी मशक्कत करनी पड़ सकती है. शहर में सुबह से ही कड़ाके की ठंड के बावजूद राजनीतिक माहौल पूरी तरह से गरमाया था. कांग्रेस ऑफिस से लेकर विधानसभा में एक विधायक के आवास में कांग्रेस की बैठकें चल रही थीं. इसमें कौन किसे समर्थन देगा, इस पर भी विस्तार से चर्चा हो रही थी.

माकपा के पहुंचे थे 12 सदस्य

जिला परिषद चुनाव के लिए पहले 10 बजे का समय तय था. मौसम को देखते हुए इसे पहले 11 बजे तक स्थगित किया. इसी बीच माकपा के सदस्य लगभग 11 बजे पहुंचे तो एक और मौका देते हुए जिला प्रशासन की ओर से समय 12 बजे का तय किया. 12 बजे तक माकपा समर्थित तीन सदस्य कविता, चुन्नी लाल व विशाल शांगटा बैठे रहे. कांग्रेस समर्थित सदस्यों के पहुंचने की उम्मीद थी, लेकिन कांग्रेस या भाजपा की ओर से कोई सदस्य भी नहीं पहुंचा.

13 सदस्यों का रहेगा कोरम

उपायुक्त आदित्य नेगी ने कहा कि जिला परिषद अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पदों के लिए होने वाले चुनाव की पहली बैठक में कुल सदस्यों में से दो तिहाई सदस्यों का उपस्थित होना अनिवार्य था. इसमें से आज सिर्फ तीन जिला परिषद सदस्य ही शामिल हो सके. हालांकि 16 सदस्यों की उपस्थिति अनिवार्य थी. अब चुनाव के लिए अगली तारीख 11 फरवरी निर्धारित की गई है, इसके लिए बैठक में साधारण बहुमत होना आवश्यक है.

कांग्रेस की दलील

वीरवार सुबह कांग्रेस अध्यक्ष उपाध्यक्ष उम्मीदवार को लेकर कांग्रेस कार्यालय में चयन करती लेकिन सभी सदस्य नहीं पहुंच पाए. कांग्रेस ग्रामीण के अध्यक्ष यशवंत छाजटा ने कहा कि खराब मौसम के चलते दो सदस्य ऊपरी शिमला में ही फंस गए थे. इस कारण चुनाव में कांग्रेस समर्थित सदस्यों ने हिस्सा नहीं लिया. अगली बैठक में कांग्रेस अपना बहुमत साबित कर अध्यक्ष व उपाध्यक्ष बना लेगी.

ये भी पढ़ें: 'सफेद मरुस्थल' बना केलांग, बर्फ के बीच जिप्सी स्नो-राइड के साथ हुई तीरंदाजी

शिमला: कोरम पूरा नहीं होने के चलते शिमला जिला परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चयन नहीं हो पाया. कांग्रेस और भाजपा दोनों के ही समर्थित जिला परिषद सदस्य बचत भवन में नहीं पहुंचे. कोरम 12 बजे तक भी पूरा नहीं हुआ तो उपायुक्त आदित्य नेगी ने बैठक को स्थगित कर दिया. अब बैठक की अगली तारीख 11 फरवरी तय की गई है.

जिले में जिला परिषद बनाने के लिए कांग्रेस के पास लगभग पूरा बहुमत है. कोरम पूरा करने के लिए माकपा समर्थित तीन सदस्य भी बचत भवन पहुंच गए थे. ऐसे में कांग्रेस समर्थित सदस्य अगर समय पर पहुंच जाते तो जिला परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चुनाव समय पर ही हो सकते थे. भाजपा समर्थित सदस्यों के पहले से ही पहुंचने की उम्मीद बहुत कम थी. सूत्रों की मानें तो दो दिन की मैराथन बैठकों के बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष व उपाध्यक्ष दोनों पर ही सहमति नहीं बना पा रही है.

वीडियो रिपोर्ट.

बर्फबारी के बीच राजधानी शिमला में राजनीति तेज

कांग्रेस के विधायक अपने हलके के सदस्यों को कुर्सी तक पहुंचाना चाहते हैं. इसी जंग में कांग्रेस नेताओं के बीच में सहमति नहीं बन पा रही है. वीरवार को बैठक में चुनाव न होने के बाद अब भाजपा भी सक्रिय हो सकती है. इसलिए कांग्रेस को अपने कुनबे को बचाने में काफी मशक्कत करनी पड़ सकती है. शहर में सुबह से ही कड़ाके की ठंड के बावजूद राजनीतिक माहौल पूरी तरह से गरमाया था. कांग्रेस ऑफिस से लेकर विधानसभा में एक विधायक के आवास में कांग्रेस की बैठकें चल रही थीं. इसमें कौन किसे समर्थन देगा, इस पर भी विस्तार से चर्चा हो रही थी.

माकपा के पहुंचे थे 12 सदस्य

जिला परिषद चुनाव के लिए पहले 10 बजे का समय तय था. मौसम को देखते हुए इसे पहले 11 बजे तक स्थगित किया. इसी बीच माकपा के सदस्य लगभग 11 बजे पहुंचे तो एक और मौका देते हुए जिला प्रशासन की ओर से समय 12 बजे का तय किया. 12 बजे तक माकपा समर्थित तीन सदस्य कविता, चुन्नी लाल व विशाल शांगटा बैठे रहे. कांग्रेस समर्थित सदस्यों के पहुंचने की उम्मीद थी, लेकिन कांग्रेस या भाजपा की ओर से कोई सदस्य भी नहीं पहुंचा.

13 सदस्यों का रहेगा कोरम

उपायुक्त आदित्य नेगी ने कहा कि जिला परिषद अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पदों के लिए होने वाले चुनाव की पहली बैठक में कुल सदस्यों में से दो तिहाई सदस्यों का उपस्थित होना अनिवार्य था. इसमें से आज सिर्फ तीन जिला परिषद सदस्य ही शामिल हो सके. हालांकि 16 सदस्यों की उपस्थिति अनिवार्य थी. अब चुनाव के लिए अगली तारीख 11 फरवरी निर्धारित की गई है, इसके लिए बैठक में साधारण बहुमत होना आवश्यक है.

कांग्रेस की दलील

वीरवार सुबह कांग्रेस अध्यक्ष उपाध्यक्ष उम्मीदवार को लेकर कांग्रेस कार्यालय में चयन करती लेकिन सभी सदस्य नहीं पहुंच पाए. कांग्रेस ग्रामीण के अध्यक्ष यशवंत छाजटा ने कहा कि खराब मौसम के चलते दो सदस्य ऊपरी शिमला में ही फंस गए थे. इस कारण चुनाव में कांग्रेस समर्थित सदस्यों ने हिस्सा नहीं लिया. अगली बैठक में कांग्रेस अपना बहुमत साबित कर अध्यक्ष व उपाध्यक्ष बना लेगी.

ये भी पढ़ें: 'सफेद मरुस्थल' बना केलांग, बर्फ के बीच जिप्सी स्नो-राइड के साथ हुई तीरंदाजी

Last Updated : Feb 14, 2021, 12:29 PM IST
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