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धार्मिक स्थलों के खुलने के लिए करना होगा इंतजार, भाषा एवं संस्कृति विभाग SOP कर रहा तैयार - मंदिर

शिमला जिला में धार्मिक स्थलों के खुलने के लिए भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग की ओर से तैयार की जा रही एसओपी का शिमला जिला प्रशासन को इंतजार है. जिसके बाद शिमला में धार्मिक स्थलों को खोलने का निर्णय लिया जाएगा. हालांकि केंद्र सरकार ने 8 जून से अनलॉक के पहले चरण में मंदिरों, होटल और रेस्टोरेंट सहित ढाबों को खोलने की गाइडलाइंस जारी कर दी हैं.

kali badi temple shimla
काली बाड़ी मंदिर शिमला
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Published : Jun 13, 2020, 7:43 PM IST

शिमला: केंद्र सरकार ने 8 जून से अनलॉक की घोषणा के साथ ही मंदिरों, होटल और रेस्टोरेंट सहित ढाबों को खोलने की गाइडलाइंस जारी कर दी हैं. इसके साथ इसे लागू करने का जिम्मा राज्य सरकारों पर छोड़ दिया है.

हिमाचल में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जयराम सरकार अभी मंदिरों को खोलने के हक में नहीं है. प्रदेश में होटल और रेस्टोरेंट सहित ढाबों को तो खोल दिया गया है, लेकिन मंदिरों को खोलने की अनुमति अभी तक नहीं दी गई है. प्रदेश के सभी धार्मिक स्थल मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, चर्च में लोगों के प्रवेश के लिए बंद है.

राजधानी शिमला में धार्मिक स्थलों के खुलने के लिए इंतजार करना होगा. जिला प्रशासन धार्मिक स्थलों को खोलने की अधिकसूचना जारी करने के लिए भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग की ओर से एसओपी जारी करने का इतंजार कर रहा है.

वीडियो रिपोर्ट.

एसओपी जारी होने के बाद जिला प्रशासन शिमला में मंदिर, मस्जिद, चर्च को खोलने को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश और अधिकसूचना जारी करेगा. अभी तक प्रदेश और जिला शिमला में मंदिरों को खोलने की अनुमति नहीं दी गई है.

बंद पड़े हैं शहर के प्रमुख मंदिर

वहीं, प्रदेश में शक्तिपीठों के साथ ही जो भी प्रसिद्ध मंदिर हैं, वह भी अभी तक नहीं खुल पाएं हैं. शिमला में प्रसिद्ध जाखू मंदिर, तारा देवी. संकट मोचन, कालीबाड़ी मंदिर भी बंद पड़े हैं और वहां श्रद्धालुओं को आने की अनुमति नहीं दी गई है. मंदिरों के कपाट बंद है और भक्त भगवान के दर्शन नहीं कर पा रहे हैं.

एसओपी पर बोले डीसी शिमला अमित कश्यप

डीसी शिमला अमित कश्यप ने कहा कि जिस तरह से होटल, रेस्टोरेंट और ढाबों को खोलने को लेकर एसओपी पर्यटन विभाग की ओर से हमें मिली थी. उसी के बाद ही होटल, रेस्टोरेंट ओर ढाबों को खुलने की अनुमति दी गई है.

उसी तरह जब भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग की ओर से धार्मिक स्थलों को खोलने को लेकर तैयार की गई एसओपी जिला प्रशासन को मिल जाएगी, उसके बाद मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारा सभी जगहों के प्रबंधकों के साथ एक बैठक का आयोजन किया जाएगा.

इस बैठक में उन्हें एसओपी में किस तरह के नियम है, इसके बारे में अवगत करवाया जाएगा. किस तरह से धर्मिक स्थलों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है. मूर्तियों और अन्य किसी भी वस्तु को हाथ नहीं लगाना है. उसे लेकर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे. यह निर्देश तब तक जारी नहीं किए जा सकते जब तक भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग कि ओर से एसओपी जारी नहीं कि जाती है.

बीते 90 दिन से बंद पड़े है मंदिर

कोविड 19 की वजह से प्रदेश में लॉकडाउन से पहले धार्मिक स्थलों को बंद किया गया था. 90 दिन के लगभग समय बीत चुका है कि मंदिरो में भक्तों, श्रद्धालुओं को आने की अनुमति नहीं है.

हालांकि पुजारी मंदिरों में पूजा अर्चना कर रहे हैं और मन्दिरों से आरती का लाइव प्रसारण भी किया जा रहा है, जिससे कि लोग घरों में बैठकर ही दर्शन कर पा रहे हैं.

पढ़ें: पार्टी के कड़े तेवर से शांत हुई ध्वाला की 'ज्वाला', अपने बयान पर जताया खेद

शिमला: केंद्र सरकार ने 8 जून से अनलॉक की घोषणा के साथ ही मंदिरों, होटल और रेस्टोरेंट सहित ढाबों को खोलने की गाइडलाइंस जारी कर दी हैं. इसके साथ इसे लागू करने का जिम्मा राज्य सरकारों पर छोड़ दिया है.

हिमाचल में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जयराम सरकार अभी मंदिरों को खोलने के हक में नहीं है. प्रदेश में होटल और रेस्टोरेंट सहित ढाबों को तो खोल दिया गया है, लेकिन मंदिरों को खोलने की अनुमति अभी तक नहीं दी गई है. प्रदेश के सभी धार्मिक स्थल मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, चर्च में लोगों के प्रवेश के लिए बंद है.

राजधानी शिमला में धार्मिक स्थलों के खुलने के लिए इंतजार करना होगा. जिला प्रशासन धार्मिक स्थलों को खोलने की अधिकसूचना जारी करने के लिए भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग की ओर से एसओपी जारी करने का इतंजार कर रहा है.

वीडियो रिपोर्ट.

एसओपी जारी होने के बाद जिला प्रशासन शिमला में मंदिर, मस्जिद, चर्च को खोलने को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश और अधिकसूचना जारी करेगा. अभी तक प्रदेश और जिला शिमला में मंदिरों को खोलने की अनुमति नहीं दी गई है.

बंद पड़े हैं शहर के प्रमुख मंदिर

वहीं, प्रदेश में शक्तिपीठों के साथ ही जो भी प्रसिद्ध मंदिर हैं, वह भी अभी तक नहीं खुल पाएं हैं. शिमला में प्रसिद्ध जाखू मंदिर, तारा देवी. संकट मोचन, कालीबाड़ी मंदिर भी बंद पड़े हैं और वहां श्रद्धालुओं को आने की अनुमति नहीं दी गई है. मंदिरों के कपाट बंद है और भक्त भगवान के दर्शन नहीं कर पा रहे हैं.

एसओपी पर बोले डीसी शिमला अमित कश्यप

डीसी शिमला अमित कश्यप ने कहा कि जिस तरह से होटल, रेस्टोरेंट और ढाबों को खोलने को लेकर एसओपी पर्यटन विभाग की ओर से हमें मिली थी. उसी के बाद ही होटल, रेस्टोरेंट ओर ढाबों को खुलने की अनुमति दी गई है.

उसी तरह जब भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग की ओर से धार्मिक स्थलों को खोलने को लेकर तैयार की गई एसओपी जिला प्रशासन को मिल जाएगी, उसके बाद मंदिर, मस्जिद, चर्च और गुरुद्वारा सभी जगहों के प्रबंधकों के साथ एक बैठक का आयोजन किया जाएगा.

इस बैठक में उन्हें एसओपी में किस तरह के नियम है, इसके बारे में अवगत करवाया जाएगा. किस तरह से धर्मिक स्थलों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है. मूर्तियों और अन्य किसी भी वस्तु को हाथ नहीं लगाना है. उसे लेकर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे. यह निर्देश तब तक जारी नहीं किए जा सकते जब तक भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग कि ओर से एसओपी जारी नहीं कि जाती है.

बीते 90 दिन से बंद पड़े है मंदिर

कोविड 19 की वजह से प्रदेश में लॉकडाउन से पहले धार्मिक स्थलों को बंद किया गया था. 90 दिन के लगभग समय बीत चुका है कि मंदिरो में भक्तों, श्रद्धालुओं को आने की अनुमति नहीं है.

हालांकि पुजारी मंदिरों में पूजा अर्चना कर रहे हैं और मन्दिरों से आरती का लाइव प्रसारण भी किया जा रहा है, जिससे कि लोग घरों में बैठकर ही दर्शन कर पा रहे हैं.

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