शिमला: राजधानी शिमला में निजी स्कूलों के फीस वसूली मामले में शिक्षा विभाग ने अपना पल्ला झाड़ कर निजी स्कूलों और अभिभावकों पर ही ये मामला छोड़ दिया है. मंगलवार को शिक्षा निदेशालय में निदेशक अमरजीत के साथ शहर के निजी स्कूलों के प्रबंधकों के साथ बैठक हुई.
इस बैठक में कोविड -19 के चलते अभिभावकों व प्रबन्धन समितियों के बीच निजी स्कूलो की ट्यूशन फीस व वार्षिक फंड के जो मुद्दे उठ रहे हैं उन पर चर्चा हुई. बैठक के दौरान निजी स्कूलों को निर्देश दिये गये हैं कि सभी निजी स्कूल 15 दिनों के भीतर अपने-अपने स्कूल के अभिभावक शिक्षक संघ को बुला कर फीस व फंड के मुद्दों को आपसी सहमति से सुलझायें और इसकी सूचना शिक्षा निदेशालय उच्च्तर को भेज देने के निर्देश भी दिए गए.
कोविड महामारी के कारण विद्यालयों के बंद रहने की स्तिथि में स्कूल द्वारा अभिभावकों को क्या राहत दे रहे हैं. इसकी सूचना भी निदेशालय को भेजने को कहा गया. निजी स्कूलों को निर्देश दिये गये हैं कि कोई भी स्कूल किसी भी विद्यार्थी अभिभावक को मोबाइल फोन पर या किसी अन्य मीडिया के माध्यम से कोई भी चेतावनी पूर्ण संदेश नहीं भेजेंगे.
बैठक में ये रहे मौजूद
इस बैठक में डीएवी पब्लिक स्कूल न्यू शिमला , लक्कड बाजार, डीएली टुटू दयानन्द पब्लिक स्कूल, सैन्ट थॉमस स्कूल शिमला, लॉरेटो कॉन्चैन्ट स्कूल ताराहाल, सैन्ट एडवर्ड स्कूल, आईवीवाई इन्टरनेशनल स्कूल कमलानगर, लोरेटो पब्लिक स्कूल भराडी, ऑकलैंड पब्लिक स्कूल (छात्र/छात्रा) चैपस्ली स्कूल शिमला.
मोनाल पब्लिक स्कूल संजौजी, सिकरेट हार्ट स्कूल ढली व आर्या गर्ल पब्लिक स्कूल शिमला के प्रधानाचार्यों व डॉ. प्रमोद चौहान अति. शिक्षा निदेशक उच्चतर (महाविद्यालय) , नीरज गुप्ता अतिरिक्त निदेशक (प्रशासनिक) व डॉ. आशीष कुमार मिश्रा, संयुक्त निदेशक उच्चतर शिक्षा उपस्थित थे.
अभिभावक मंच नाखुश, करेंगे प्रदर्शन
फीस वसूली को लेकर शिक्षा विभाग द्वारा कोई फैसला न लेने पर अभिभावक मंच मुखर हो गया है और इसको लेकर बुधवार को शिक्षा निदेशालय के बाहर धरना प्रदर्शन करने का ऐलान कर दिया है. मंच का कहना है कि शिक्षा विभाग को बैठक में निजी स्कूलों को फीस न लेने के आदेश जारी करने चाहिए थे, लेकिन उन्होंने स्कूलों में अभिभावक संघ पीटीए के साथ बैठक करने को बोला है, जबकि स्कूलों में पीटीए का गठन ही नहीं हुआ है. उन्होंने अपना प्रदर्शन जारी रखने की बात कही.