ETV Bharat / state

पश्चिम बंगाल हिंसा का विरोध: 114 प्रमुख लोगों के हस्ताक्षर वाला पत्र राज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजा

डिफेंडर ऑफ ह्यूमन राइट्स संस्था के एक प्रतिनिधिमंडल ने पश्चिम बंगाल में मानवाधिकारों के उल्लंघन के संबंध में 114 प्रमुख लोगों द्वारा हस्ताक्षरित पत्र राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को प्रस्तुत कर तत्काल कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने राज्यपाल के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा. उन्होंने पत्र में आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल में संवैधानिक तंत्र पूरी तरह से विफल हो गया है और वहां लोकतंत्र और कानून व्यवस्था तेजी से खत्म हो रहा है.

Delegation of the Defender of Human Rights organization sent a memorandum to the President
Delegation of the Defender of Human Rights organization sent a memorandum to the President
author img

By

Published : Jun 8, 2021, 10:43 PM IST

शिमलाः डिफेंडर ऑफ ह्यूमन राइट्स संस्था के एक प्रतिनिधिमंडल ने पश्चिम बंगाल में मानवाधिकारों के उल्लंघन के संबंध में 114 प्रमुख लोगों द्वारा हस्ताक्षरित पत्र राज्यपाल राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को प्रस्तुत कर तत्काल कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेयके माध्यम से भारत के राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा.

पश्चिम बंगाल में संवैधानिक तंत्र पूरी तरह से विफल

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से राजभवन में सेवानिवृत्त मेजर जनरल अतुल कौशिक, पूर्व पुलिस महानिदेशक आईडी भंडारी और साईं फाउंडेशन के सीईओ राज कुमार वर्मा के नेतृत्व में इस प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की. उन्होंने पत्र में आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल में संवैधानिक तंत्र पूरी तरह से विफल हो गया है और वहां लोकतंत्र और कानून व्यवस्था तेजी से खत्म हो रहा है. उन्होंने पत्र में कहा है कि राज्य में दुष्कर्म, हत्या, आगजनी, लूटपाट और धमकी जैसे अनियंत्रित अमानवीय कृत्यों की बढ़ती घटनाओं के साथ कानून एवं व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को देखकर पूरा देश सदमे की स्थिति में है.

कानून प्रवर्तन एजेंसियां नागरिकों की सुरक्षा करने में असफल साबित हुईं

राज्य में कानून प्रवर्तन एजेंसियां नागरिकों की सुरक्षा करने में असफल साबित हुई हैं और भय के कारण इस प्रकार के अपराधों की जांच नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल राज्य के तंत्र द्वारा अपनाई गई चुप्पी, अनभिज्ञता और मानवसंहार का शीघ्र निपटारा किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसक क्रूरता राज्य में कानून और व्यवस्था की असफलता को दर्शाती है. न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) सुरिन्द्र ठाकुर डिफेंडर्ज ऑफ ह्यूमन राइट्स के अध्यक्ष हैं.

ये भी पढ़ें- मोनाल प्रजनन केंद्र में चहक रहे तीन नन्हे मेहमान, वाइल्ड लाइफ विभाग के कर्मियों ने जताई खुशी

शिमलाः डिफेंडर ऑफ ह्यूमन राइट्स संस्था के एक प्रतिनिधिमंडल ने पश्चिम बंगाल में मानवाधिकारों के उल्लंघन के संबंध में 114 प्रमुख लोगों द्वारा हस्ताक्षरित पत्र राज्यपाल राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को प्रस्तुत कर तत्काल कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेयके माध्यम से भारत के राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा.

पश्चिम बंगाल में संवैधानिक तंत्र पूरी तरह से विफल

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय से राजभवन में सेवानिवृत्त मेजर जनरल अतुल कौशिक, पूर्व पुलिस महानिदेशक आईडी भंडारी और साईं फाउंडेशन के सीईओ राज कुमार वर्मा के नेतृत्व में इस प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की. उन्होंने पत्र में आरोप लगाया है कि पश्चिम बंगाल में संवैधानिक तंत्र पूरी तरह से विफल हो गया है और वहां लोकतंत्र और कानून व्यवस्था तेजी से खत्म हो रहा है. उन्होंने पत्र में कहा है कि राज्य में दुष्कर्म, हत्या, आगजनी, लूटपाट और धमकी जैसे अनियंत्रित अमानवीय कृत्यों की बढ़ती घटनाओं के साथ कानून एवं व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को देखकर पूरा देश सदमे की स्थिति में है.

कानून प्रवर्तन एजेंसियां नागरिकों की सुरक्षा करने में असफल साबित हुईं

राज्य में कानून प्रवर्तन एजेंसियां नागरिकों की सुरक्षा करने में असफल साबित हुई हैं और भय के कारण इस प्रकार के अपराधों की जांच नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल राज्य के तंत्र द्वारा अपनाई गई चुप्पी, अनभिज्ञता और मानवसंहार का शीघ्र निपटारा किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसक क्रूरता राज्य में कानून और व्यवस्था की असफलता को दर्शाती है. न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) सुरिन्द्र ठाकुर डिफेंडर्ज ऑफ ह्यूमन राइट्स के अध्यक्ष हैं.

ये भी पढ़ें- मोनाल प्रजनन केंद्र में चहक रहे तीन नन्हे मेहमान, वाइल्ड लाइफ विभाग के कर्मियों ने जताई खुशी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.