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DC शिमला ने सहकारी बैंक के साथ की बैठक, लोगों को स्केल ऑफ फाइनांस की सुविधा देने के आदेश

जिला शिमला में कृषि, बागवानी, पशुपालन और अन्य सम्बद्ध व्यवसायों से जुड़े लोगों को वास्तविक तौर पर स्केल ऑफ फाइनांस की सुविधा उपलब्ध करवाने के जिला उपायुक्त आदित्य नेगी ने सहकारी बैंकों को निर्देश दिए हैं.

DC Shimla holds meeting with District Cooperative Bank
DC शिमला ने जिला सहकारी बैंक के साथ की बैठक
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Published : Jan 4, 2021, 10:44 PM IST

शिमलाः उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने सोमवार को उपायुक्त कार्यालय में जिला सहकारी बैंक द्वारा आयोजित बैठक की अध्यक्षता की. जिला शिमला में कृषि, बागवानी, पशुपालन और अन्य व्यवसायों से जुड़े लोगों को वास्तविक तौर पर स्केल ऑफ फाइनांस की सुविधा उपलब्ध करवाने के जिला उपायुक्त आदित्य नेगी ने सहकारी बैंक को निर्देश दिए हैं.

लोगों को मिले योजनाओं का लाभ

उपायुक्त आदित्य नेगी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ लोगों को मिले. इसके लिए संबंधित विभाग व्यापक प्रचार-प्रसार कर लोगों को जानकारी उपलब्ध करवाए. उन्होंने कहा कि जन कल्याण के प्रति इन योजनाओं को पात्र लोगों तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य होना चाहिए. उन्होंने कहा कि समाज में जरूरतमंद व्यक्ति को प्राथमिकता प्रदान करते हुए इन योजनाओं का लाभ दें ताकि उसकी आर्थिकी को सुदृढ़ किया जा सके.

समयबद्ध रूप से प्रदान की जाए सुविधाएं

उन्होंने सभी बैंकों से लोगों को ऋण और अन्य सुविधाएं समयबद्ध रूप से प्रदान करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि नैचुरल फार्मिंग को जिला में बढ़ाने की आवश्यकता है. नैचुरल फार्मिंग को व्यापकता प्रदान करने के लिए विभाग सक्रियता से कार्य करें. उन्होंने बैंकों को भी इस संबंध में प्रभावी काम करने के लिए कहा.

स्केल ऑफ फाइनांस के आधार पर दे रहे वित्त

बैठक के संजोयक राज्य सहकारी बैंक के सहायक महाप्रबंधक विशेषवर शर्मा ने बताया कि जिला में स्केल ऑफ फाइनांस के आधार पर विभिन्न बैंक किसानों और बागवानों को विभिन्न फसलों के लिए आर्थिक मदद प्रदान करते हैं.

उन्होंने बताया कि इस दौरान जिला में मुख्य तौर पर कृषि फसलों के तहत गेहूं, जौ, मक्का, धान, दालें, तेल का बीज, मटर, पत्तागोभी, फूलगोभी, शिमला मिर्च, टमाटर, लहसुन और अदरक शामिल हैं जबकि बागवानी के तहत सेब, नीबूं प्रजाति के फल, बादाम, कीवी, खुमानी, पलम, चेरी, आम, अनार, अमरुद और नाशपती शामिल है.

पुष्प उत्पादन के तहत कारनेशन, ग्लेडुला, गुलाब और क्रिस थेनमम प्रजाति के फूल, मत्स्य पालन और पशु स्वास्थ्य संबंधित स्केल ऑफ फाइनांस निर्धारित किए जाते हैं. उन्होंने बताया कि यह स्केल ऑफ फाइनांस साल 2021-22 के लिए किया जाएगा.

ये भी पढ़ेंः एडवांस्ड स्टडी शिमला पहुंचे राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, की दुर्लभ विरासत भवन की सराहना

शिमलाः उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने सोमवार को उपायुक्त कार्यालय में जिला सहकारी बैंक द्वारा आयोजित बैठक की अध्यक्षता की. जिला शिमला में कृषि, बागवानी, पशुपालन और अन्य व्यवसायों से जुड़े लोगों को वास्तविक तौर पर स्केल ऑफ फाइनांस की सुविधा उपलब्ध करवाने के जिला उपायुक्त आदित्य नेगी ने सहकारी बैंक को निर्देश दिए हैं.

लोगों को मिले योजनाओं का लाभ

उपायुक्त आदित्य नेगी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लाभ लोगों को मिले. इसके लिए संबंधित विभाग व्यापक प्रचार-प्रसार कर लोगों को जानकारी उपलब्ध करवाए. उन्होंने कहा कि जन कल्याण के प्रति इन योजनाओं को पात्र लोगों तक पहुंचाना हमारा लक्ष्य होना चाहिए. उन्होंने कहा कि समाज में जरूरतमंद व्यक्ति को प्राथमिकता प्रदान करते हुए इन योजनाओं का लाभ दें ताकि उसकी आर्थिकी को सुदृढ़ किया जा सके.

समयबद्ध रूप से प्रदान की जाए सुविधाएं

उन्होंने सभी बैंकों से लोगों को ऋण और अन्य सुविधाएं समयबद्ध रूप से प्रदान करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि नैचुरल फार्मिंग को जिला में बढ़ाने की आवश्यकता है. नैचुरल फार्मिंग को व्यापकता प्रदान करने के लिए विभाग सक्रियता से कार्य करें. उन्होंने बैंकों को भी इस संबंध में प्रभावी काम करने के लिए कहा.

स्केल ऑफ फाइनांस के आधार पर दे रहे वित्त

बैठक के संजोयक राज्य सहकारी बैंक के सहायक महाप्रबंधक विशेषवर शर्मा ने बताया कि जिला में स्केल ऑफ फाइनांस के आधार पर विभिन्न बैंक किसानों और बागवानों को विभिन्न फसलों के लिए आर्थिक मदद प्रदान करते हैं.

उन्होंने बताया कि इस दौरान जिला में मुख्य तौर पर कृषि फसलों के तहत गेहूं, जौ, मक्का, धान, दालें, तेल का बीज, मटर, पत्तागोभी, फूलगोभी, शिमला मिर्च, टमाटर, लहसुन और अदरक शामिल हैं जबकि बागवानी के तहत सेब, नीबूं प्रजाति के फल, बादाम, कीवी, खुमानी, पलम, चेरी, आम, अनार, अमरुद और नाशपती शामिल है.

पुष्प उत्पादन के तहत कारनेशन, ग्लेडुला, गुलाब और क्रिस थेनमम प्रजाति के फूल, मत्स्य पालन और पशु स्वास्थ्य संबंधित स्केल ऑफ फाइनांस निर्धारित किए जाते हैं. उन्होंने बताया कि यह स्केल ऑफ फाइनांस साल 2021-22 के लिए किया जाएगा.

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