शिमला: बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत की भारत के सविधान पर की गई टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए सभी दलित संगठन एकजुट हो गए हैं. साथ ही कंगना के खिलाफ मामला दर्ज न करने पर उग्र आंदोलन शुरू करने की चेतावनी भी दी है.
कगना के खिलाफ मामला दर्ज करने को लेकर पहले ही दलित नेता रवि कुमार ने एसपी शिमला को शिकायत भी दी थी, लेकिन चार दिन बाद मामला दर्ज न होने पर सोमवार को शिमला के विभिन्न दलित संगठनों के लोगों ने एसपी शिमला से मामला जल्द दर्ज करने की मांग की. साथ ही कहा कि यदि मामला दर्ज नहीं होता है, तो दलित समुदाय के लोग एकजुट हो कर सड़कों पर चक्का जाम कर उग्र आंदोलन शुरू करेंगे. दलित संगठनों में दलित शोषण मुक्ति मंच, बाबा साहेब वेलफेयर सोसाइटी, बाल्मीकि धर्मसमाज, कबीर सभा और संत रविदास सभा ने कार्रवाई की मांग की है.
दलित नेता रवि कुमार ने कहा कि कंगना रणौत ने सविधान पर अभद्र टिप्पणी की थी, इसके लिए शिकायत दी है, लेकिन कोई कार्वारई नहीं हुई है और आज सभी एकजुट हो कर देशद्रोह के साथ एससी एसटी एक्ट के तहत जल्द मामला दर्ज करने की मांग की है और यदि कोई कार्वारई नहीं होती है, तो सड़कों पर उतर कर उग आंदोलन करने से समुदाय पीछे नहीं हटेगा.
रवि कुमार ने आरोप लगाते हुए कहा कि कंगना रणौत ने सविधान पर टिप्पणी के साथ ही दलितों को चूहा कहा था. इस तरह की टिप्पणी समुदाय बर्दाश्त नहीं करेगा. एसपी से इस मामले में जल्द कार्वारई करने की मांग की गई है और यदि कार्वारई नहीं होती है, तो संगठन सड़कों पर उतरेगा.
बता दें कंगना रनौत ने ट्विटर अकाउंट में भारतीय संविधान के कारण देश में आरक्षण के रूप में जातिवाद है. जिसके बाद दलित संगठनों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और मामला दर्ज करने की मांग की है. कंगना ने यह टिप्पणी 27 अगस्त को अपने ट्विटर पर की थी.
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