शिमला: पहाड़ों की रानी शिमला अपनी खूबसूरती के लिए पहचानी जाती है. शिमला हिमाचल प्रदेश की राजधानी भी है. इसे हिमाचल के बड़े शहरों में गिना जाता है. देश-प्रदेश के लोग यहां अपना रोजगार करते हैं. इसके साथ ही दुनिया भर के पर्यटक यहां घूमने के लिए आते हैं.
शहर के कई इलाकों लोअर बाजार, माल रोड, सब्जी मंडी, गंज बाजार में अक्सर भारी भीड़ देखी जाती है. कोरोना कर्फ्यू के दौरान शहर में भीड़ बिल्कुल भी देखने को नहीं मिल रही थी, लेकिन जैसे ही कर्फ्यू में ढील मिली शहर में पहले की तरह की भीड़ जुटना शुरू हो गई है. सरकार ने कोरोना कर्फ्यू में ढील देते हुए सभी दुकानों को पांच घंटे खोलने की अनुमति दी है. इसके साथ ही सभी ऑफिस भी खुल गए हैं.
ईटीवी भारत ने लिया शहर का जायजा
ईटीवी भारत ने शुक्रवार दोपहर को शिमला के बाजारों का जायजा लिया. इस दौरान सब्जी और अन्य दुकानों के बाहर भारी भीड़ देखने को मिली. लोग कोरोना नियमों का पालन भी नहीं करते दिखे. कई जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग नाम की चीज देखने को नहीं मिली. कुछ के मास्क गले में लटके हुए थे.
झुंड बनाकर खड़े दिखाई दिए लोग
शहर की सबसे व्यस्त जगहों में से एक सब्जी मंडी की बात करे तो यहां पर लोग दुकान के बाहर झुंड बना कर खड़े दिखाई दिए. कुछ दुकानदारों के मास्क भी उतरे हुए थे. हलांकि सब्जी मंडी आने वाले लोगों से पुलिस पूछताछ भी करती दिखाई दी. सब्जी मंडी में पुलिस ने एंट्री और एग्जिट के लिए अलग प्वाइंट बनाए हैं. पुलिस भी यहां दुकानदारों और लोगों समझाती नजर आई. इसके साथ लोअर बाजार में भी भारी भीड़ देखने को मिली. यहां भी सोशल डिस्टेंसिंग देखने को मिली. कुछ दुकानों में ग्राहकों के लिए सेनिटाइजर की व्यवस्था भी नहीं थी. दुकानदार भी अपने ग्राहकों को नियमों का पालन करने के हिदायत देते हुए नहीं दिखाई दिए. एक साथ कई ग्राहक दुकानों में घुस रहे थे. यहां भी पुलिस गश्त करती दिखाई दी.
ना मास्क ना सोशल डिस्टेंसिंग
वहीं, शिमला का दिल कहा जाने वाला रिज कोरोना कर्फ्यू मे सुनसान नजर आता था, लेकिन अब यहां भी पहले की तरह भीड़ देखने को मिली. लोग झुंड में एक साथ मास्क उतरवाकर फोटो खिचवाते नजर आए. मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग ही कोरोना के खिलाफ लड़ाई का सबसे बड़ा हथियार है, लेकिन लोगों ने कर्फ्यू में ढील मिलते ही हथियार म्यान में डाल लिए हैं. कुल मिलाकर पुलिस के लिए शहर में कोरोना नियमों का पालन करवाना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है.
फील्ड में उतरे एसपी-डीसपी
कोरोना नियमों की उलंघना न हो इसके लिये एसपी,डीएसपी ,एएसपी फील्ड में उतर कर छापेमारी कर रहे हैं. एसपी मोहित चावला ने बताया कि कोरोना संक्रमण तेजी से फेल रहा है. इसे बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना व मास्क पहना जरूरी है. पुलिस का मकसद चालान काटने नहीं है, लेकिन जब लोग बार-बार समझाने के बाद भी नहीं मानते है तब चालान करना पड़ता है.
एसपी ने लिया शहर का जायजा
एसपी ने माना कि दुकानों के बाहर भीड़ लग जाती है. इसके लिए पुलिस बाजारों में गश्त कर नियमो का पालन करवा रही है, लेकिन पुलिस की पीठ देखते ही कई लोग दुकानों के बाहर झुंड बनाने लग जाते हैं. आज भी उन्होंने खुद फील्ड में जाकर शहर का जायजा लेकर पुलिस कर्मचारियों को उचित निर्देश दिए है. इसके अलावा अब पर्यटकों का भी आना शुरू हो गया हैं. अभी तक सभी पर्यटक पास बनाकर ही शिमला पहुंच रहे हैं. अभी तक ऐसा मामला नहीं आया है जिसमें कोई व्यक्ति बिना अनुमति के बाही राज्य से शिमला आया हो.
सावधानी ही बचाव
बता दें कि कोरोना संक्रमण का खतरा अभी कम नहीं हुआ है. सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क ही कोरोना के खिलाफ सबसे बड़े हथियार हैं. कर्फ्यू में ढील मिलते ही लोगों ने ये हथियार म्यान में डाल लिए हैं. लोग लापरवाह नजर आ रहे हैं. इस लापरवाही के भयानक परिणाम पिछले कुछ महीनों में पूरे देश देख चुका है. एक बार फिर से ऐसे हालात ना बनें इसके लिए लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है.
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