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Shardiya Navratri 2023: जय माता दी के जयकारों से गूंजे शिमला के शक्तिपीठ, पहले नवरात्रि पर हजारों श्रद्धालुओं की जुटी भीड़

नवरात्रि के पहले दिन शिमला के मंदिरों में माथा टेकने के लिए सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी रही. वहीं, शक्तिपीठों में हजारों श्रद्धालुओं ने नवाएं शिश. बता दें कि अष्टमी में इससे भी ज्यादा भीड़ उमड़ सकती है. फिलहाल मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. पढ़ें पूरी खबर.. (Shardiya Navratri 2023)

Crowd of devotees in Shaktipeeth of Shimla
जय माता दी के जयकारों से गूंजे शिमला के शक्तिपीठ
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Oct 15, 2023, 5:50 PM IST

शिमला: पहले नवरात्रि पर राजधानी शिमला के शक्तिपीठ जय माता दी के जयकारों से गूंज उठे. दरअसल, रविवार को सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. वहीं, हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने माथा टेका. शिमला के कालीबाड़ी मंदिर, कामना देवी, ढिंगू माता मंदिर, पधाई माता मंदिर और बीसीएस तारा माता मंदिर के अलावा जिला के नारकंडा स्थित मां भीमाकाली मंदिर, सरस्वती नगर स्थित मां दुर्गा हाटकोटी मंदिर, हाटू मंदिर, चौपाल व नेरवा स्थित मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली. इस दौरान श्रद्धालुओं ने माता रानी की पूजा अर्चना की. वहीं, मंदिरों में माता की आरती भी चलती रही, साथ ही जयकारों से मां का दरबार गूंजता रहा.

दरअसल, कालीबाड़ी मंदिर शिमला के पुजारी मुक्ति चक्रवर्ती ने बताया कि पहले नवरात्रि में शैलपुत्री की पूजा की जाती है. यहां पर सैकड़ों में श्रद्धालु माथा टेकते हैं. माता के दवार में जो भी श्रद्धालु आ रहे हैं, उनकी मनोकामना पूरी हो जाती है. कालीबाड़ी शिमला का मंदिर 200 साल पुराना है. ऐसे में यहां पर पहले से लोग मंदिर में आते हैं. पहले नवरात्रि में में काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं. नौ दिन तक चलने वाले नवरात्रि में हजारों लोगों के आने की उम्मीद है. इसके अलावा हाटकोटी मंदिर और भीमाकाली मंदिर में भी हजारों लोगों ने शीश नवाया है. वहीं, मंदिरों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गये हैं.

Shardiya Navratri 2023
लाइनों में लग कर श्रद्धालु कर रहे मां के दर्शन

बता दें कि पुलिस के जवानों की भी खासतौर पर मंदिरों में तैनाती है, ताकि यहां शीश नवाने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न झेलनी पड़ें. वहीं, वाहनों की पार्किंग का भी उचित प्रावधान किया गया है. जानकारी के अनुसार, जिला पुलिस प्रशसन ने मंदिरों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए हैं. बताया जाता है कि शिमला के प्रसिद्ध शक्तिपीठ तारादेवी मंदिर में नवरात्रि में अच्छी खासी भीड़ उमड़ती रही है. तारादेवी मंदिर में श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला सुबह 5 बजे से शुरू हो गया और यह क्रम देर रात तक चलता रहा. नवरात्रि को देखते हुए तारा देवी मंदिर और आसपास के इलाकों में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त पुलिस ने पहले से ही किए हैं.

अष्टमी में उमड़ सकती है इससे भी ज्यादा भीड़: बताया जा रहा है कि अष्टमी में इससे भी ज्यादा भीड़ उमड़ सकती है. हाटकोटी मंदिर सहित तारादेवी मंदिर और जिले के सभी मंदिरों में हर साल अष्टमी पर खूब भीड़ उमड़ती है. ऐसे में श्रद्धालुओं को परेशानी न हो और व्यवस्थाएं सुचारू रूप से बनी रहे, इसके लिए शिमला पुलिस पहले से ही मुस्तैद हो गई है.

मंदिरों के बाहर सजी दुकानें: बता दें कि मंदिरों के बाहर नवरात्रि को लेकर दुकानें भी सजाई गई है. इनमें कुछ दुकानदार भोग बेच रहे है तो कहियों ने बाजू में पहनने वाली चिजें सहित बच्चों के खिलौने रखे है. कालीबाड़ी मंदिर के पास सबसे ज्यादा दुकाने सजाई गई है.

ये भी पढ़ें: Shardiya Navratri 2023: आज से शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ, माता के जयकारों से गूंजा श्री नैना देवी दरबार, सुबह से श्रद्धालुओं का लगा तांता

शिमला: पहले नवरात्रि पर राजधानी शिमला के शक्तिपीठ जय माता दी के जयकारों से गूंज उठे. दरअसल, रविवार को सुबह से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. वहीं, हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने माथा टेका. शिमला के कालीबाड़ी मंदिर, कामना देवी, ढिंगू माता मंदिर, पधाई माता मंदिर और बीसीएस तारा माता मंदिर के अलावा जिला के नारकंडा स्थित मां भीमाकाली मंदिर, सरस्वती नगर स्थित मां दुर्गा हाटकोटी मंदिर, हाटू मंदिर, चौपाल व नेरवा स्थित मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली. इस दौरान श्रद्धालुओं ने माता रानी की पूजा अर्चना की. वहीं, मंदिरों में माता की आरती भी चलती रही, साथ ही जयकारों से मां का दरबार गूंजता रहा.

दरअसल, कालीबाड़ी मंदिर शिमला के पुजारी मुक्ति चक्रवर्ती ने बताया कि पहले नवरात्रि में शैलपुत्री की पूजा की जाती है. यहां पर सैकड़ों में श्रद्धालु माथा टेकते हैं. माता के दवार में जो भी श्रद्धालु आ रहे हैं, उनकी मनोकामना पूरी हो जाती है. कालीबाड़ी शिमला का मंदिर 200 साल पुराना है. ऐसे में यहां पर पहले से लोग मंदिर में आते हैं. पहले नवरात्रि में में काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं. नौ दिन तक चलने वाले नवरात्रि में हजारों लोगों के आने की उम्मीद है. इसके अलावा हाटकोटी मंदिर और भीमाकाली मंदिर में भी हजारों लोगों ने शीश नवाया है. वहीं, मंदिरों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गये हैं.

Shardiya Navratri 2023
लाइनों में लग कर श्रद्धालु कर रहे मां के दर्शन

बता दें कि पुलिस के जवानों की भी खासतौर पर मंदिरों में तैनाती है, ताकि यहां शीश नवाने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न झेलनी पड़ें. वहीं, वाहनों की पार्किंग का भी उचित प्रावधान किया गया है. जानकारी के अनुसार, जिला पुलिस प्रशसन ने मंदिरों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए हैं. बताया जाता है कि शिमला के प्रसिद्ध शक्तिपीठ तारादेवी मंदिर में नवरात्रि में अच्छी खासी भीड़ उमड़ती रही है. तारादेवी मंदिर में श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला सुबह 5 बजे से शुरू हो गया और यह क्रम देर रात तक चलता रहा. नवरात्रि को देखते हुए तारा देवी मंदिर और आसपास के इलाकों में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त पुलिस ने पहले से ही किए हैं.

अष्टमी में उमड़ सकती है इससे भी ज्यादा भीड़: बताया जा रहा है कि अष्टमी में इससे भी ज्यादा भीड़ उमड़ सकती है. हाटकोटी मंदिर सहित तारादेवी मंदिर और जिले के सभी मंदिरों में हर साल अष्टमी पर खूब भीड़ उमड़ती है. ऐसे में श्रद्धालुओं को परेशानी न हो और व्यवस्थाएं सुचारू रूप से बनी रहे, इसके लिए शिमला पुलिस पहले से ही मुस्तैद हो गई है.

मंदिरों के बाहर सजी दुकानें: बता दें कि मंदिरों के बाहर नवरात्रि को लेकर दुकानें भी सजाई गई है. इनमें कुछ दुकानदार भोग बेच रहे है तो कहियों ने बाजू में पहनने वाली चिजें सहित बच्चों के खिलौने रखे है. कालीबाड़ी मंदिर के पास सबसे ज्यादा दुकाने सजाई गई है.

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