शिमला: हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस का हालांकि अभी कोई मामला सामने नहीं आया है. बीते 23 जनवरी को चीन की यात्रा के बाद एक व्यक्ति हिमाचल आया था, जिसने सरकार को 3 फरवरी को अपनी यात्रा के बारे में बताया था, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग निगरानी रखे हुए है.
फिलहाल व्यक्ति में कोरोना वायरस का कोई लक्षण नहीं देखा गया है. 6 फरवरी तक व्यक्ति को निगरानी में रखा जाएगा. केंद्र सरकार ने हिमाचल सरकार के साथ 145 यात्रियों की लिस्ट सांझी की है. संबंधित जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को भी लिस्ट देकर जागरूक किया गया है.
राज्य स्तर पर हर रोज मीटिंग कर जिला स्तर से सूचना हासिल की जा रही है. इसके बाद केंद्र सरकार से भी प्रतिदिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर सूचना साझा की जा रही है. हिमाचल प्रशासन लगातार सावधानी अपना रहा है. कोरोना वायरस से सावधानी और बचाव के लिए पूरी तैयारी की जा रही है.
केंद्र सरकार से सूचना मिलने के बाद से प्रदेश सरकार ने सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को मेल के माध्यम से 23 जनवरी को ही सूचित कर दिया गया था. इसके बाद 25 जनवरी को हार्ड कॉपी भेज दी गई थी. कोरोना वायरस से सबंधित कोई भी जानकारी या शिकायत के लिए विशेष हेल्पलाइन 104 प्रदेश सरकार ने शुरू की है.
कोरोना वायरस से बचाव के जरूरी कदम उठाने के संबंधी सूचना भी विभाग की वेबसाइट पर अपडेट कर दी गई है ताकि प्रदेश की जनता और संबंधित अधिकारी बिना देरी के जानकारी हासिल कर सकें.राज्य और जिला स्तर पर नोडल अधिकारियों की तैनाती की गई है, जो जिला स्तर और राज्य स्तर पर स्थिति पर निगरानी बनाये रखे हैं. प्रदेश सरकार ने रेपिड रेस्पांस टीम का गठन किया है, जो कि सूचना मिलने पर तुरंत कार्रवाई करने को तैयार है.
प्रदेश में टांडा मेडिकल कॉलेज और इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला में आइसोलेशन वार्ड भी बनाये गए हैं. माइक्रो बायोलॉजी विभाग से विशेष तौर पर क्लीनिकल इंचार्ज की नियुक्ति कर दी गई है, जो कि पूरी किट के साथ तैनात रहेंगे और संदेह की स्थिति में सभी आवश्यक टेस्ट करेंगे.
सभी जिला में डीसी के माध्यम से होटल मालिकों को ऐसे हिदायत दी गई है कि अगर कोई भी पर्यटक 15 जनवरी 2020 के बाद चीन की यात्रा करके आया हो तो उनको जानकारी दें.पहली फरवरी से धर्मशाला के मैक्लॉडगंज में हेल्थ पोस्ट स्थापित की गई है, जो कि चीन और कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से आये पर्यटकों की सुविधा का ध्यान रखेगी.