शिमला: आईजीएमसी शिमला में शनिवार को कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत की गई. पहले दिन 200 लाभार्थियों को टीका लगाया गया.
आईजीएमसी में सबसे पहले एमएस डॉ. जनक राज को टीका लगाया गया. इसके बाद डॉक्टर कपिला, पैरामेडिकल स्टाफ, आइजीएमसी के प्रिंसिपल और सफाई कर्मियों को यह टीका लगाया गया. इसके लिए पहले से ही व्यवस्था पूरी कर ली गई थी.
डॉ. कपिला ने बताया कि उन्हें टीका लगाने के बाद अच्छा लग रहा है और बाकी लोग को भी आगे आकर टीका लगवाना चाहिए. डॉ. जनक राज ने भी बताया कि उन्होंने टीका लगवाया है और उन्हें कोई डर नहीं लग रहा है.
पहले ही दिन आइजीएमसी में बड़ी लापरवाही
आईजीएमसी में पहले दिन ही सबसे बड़ी लापरवाही सामने आई है. शुक्रवार शाम आईजीएमसी स्टाफ को टीका लगाने के लिए मैसेज किया गया था और लिस्ट में वैक्सीनेशन के लिए उनका नाम शामिल किया गया था, लेकिन आज सुबह जब यह सारा स्टाफ टीका लगवाने के लिए अस्पताल पहुंचा तो लिस्ट से इनका नाम गायब था. इसके बाद यह लोग मायूस होकर वापस चले गए. इनमें नर्सिंग सुपरिटेंडेंट, पेरामेडिकल स्टाफ, डॉक्टर शामिल हैं.
वैक्सीनेशन के लिए पूरी हुई व्यवस्था
आईजीएमसी के प्रिंसिपल डॉ. रजनीश पठानिया ने बताया कि वैक्सीनेशन के लिए पूरी व्यवस्था की गई है. उन्होंने बताया कि कई लोगों को मैसेज किया गया था, लेकिन उन्हें इंजेक्शन नहीं लग सका. उनका नाम सुबह वाली लिस्ट में नहीं था, इसकी पूरी जांच की जाएगी.
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