शिमलाः विधानसभा बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण पर सोमवार को चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी नोकझोंक देखने को मिली. कांग्रेस विधायक हर्षवर्धन चौहान ने राज्यपाल के अभिभाषण में धारा 370 और सीएए जैसे मुद्दों को शामिल करने पर अप्पति जताई.
हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि अभिभाषण में प्रदेश सरकार के किए विकास कार्यों पर चर्चा होती है, लेकिन इस बार केंद्र सरकार के लिए हुए फैसले का जिक्र गया. प्रदेश सरकार के पास अपना कुछ बताने के लिए नहीं है, इसलिए सरकार ने दो सालों में कोई ऐसा काम ही नहीं किया जो राज्यपाल के बजट अभिभाषण में शामिल किया जा सकता था.
हर्षवर्धन ने कहा कि सीएए और धारा 370 से हिमाचल को क्या लाभ हो रहा है. इसका अभिभाषण में कोई औचित्य ही नहीं था. दिल्ली में इतना बड़ा सांप्रदायिक दंगा हुआ है. कई लोगों की जानें गई हैं और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं, लेकिन पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह आंखें मूंद कर बैठे हैं.
इतिहास में 1984 के बाद यह सबसे बड़ा दंगा हुआ है और ये देश के ऊपर बड़ा धब्बा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पूर्व सरकार की योजनाओं का नाम बदल कर योजनाएं चला रही है. दो सालों में सरकार की आपकी कोई उपलब्धि नहीं है. मोदी हिमाचल को अपना दूसरा घर बोलते हैं, लेकिन हिमाचल के लिए कुछ नहीं करते हैं. वहीं, प्रदेश कर्ज के बोझ तले दबा है. सरकार हर माह कर्ज पे कर्ज ले रही है, लेकिन केंद्र कोई भी मदद नहीं कर रहा है.
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