शिमला: पंचायत, विधानसभा और लोकसभा चुनावों में धर्मशाला विधानसभा की रक्कड़ पंचायत से कांग्रेस नेता सुधीर शर्मा वोट डालते थे. इस बार की पंचायत चुनावों की वोटर लिस्ट से पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा का नाम ही गायब हो गया है. यह मामला सामने आने के बाद पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने सरकार की चुनावों को लेकर कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है.
चुनाव आयोग से की कार्रवाई की मांग
इस मामले में कांग्रेस नेता सुधीर शर्मा ने हिमाचल प्रदेश चुनाव आयोग से कार्रवाई करने मांग करते हुए कहा कि पंचायत चुनावों को हाईजैक करने की कोशिश सरकार ने की है. जिसके तहत हर पंचायत से 200-300 लोगों के नाम वोटर लिस्ट से गायब हैं जबकि वह पिछले चुनावों में अपने मत का प्रयोग कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि इस प्रकार की लापरवाही एक पूर्व मंत्री के साथ हो सकती है, तो सामान्य लोगों के साथ क्या होता होगा, यह बताना मुश्किल है.
हाई कोर्ट में याचिका दायर करेंगे सुधीर शर्मा
पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने इस लापरवाही को लेकर प्रदेश उच्च न्यायालय में याचिका दायर फैसला किया है और प्रदेश चुनाव आयोग से यह पूछा जाएगा कि विधानसभा चुनावों व पंचायती राज चुनावों की मतदाता सूची में इतना बड़ा अंतर क्यों है. सुधीर शर्मा ने सवाल उठाया है कि इस प्रकार की लापरवाही से हजारों मतदाता अपने मत का प्रयोग करने से वंचित रहेंगे. उन्होंने कहा कि इससे साफ पता चलता है कि पंचायती राज चुनावों में बड़े स्तर पर धांधलियां हो रही हैं.
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