शिमला: हिमाचल कांग्रेस आपदा कोष में आई राशि को सरकार के कोविड फंड में देने के बजाय प्रदेश के तीन कोविड -19 अस्पतालों नेरचौक, टांडा व आईजीएमसी को वेंटिलेटर व आवश्यक उपकरण खरीद कर दान देने करेगी. कांग्रेस द्वारा बनाए गए आपदा कोष में 95 कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने 13.51 लाख की राशि दान की गई है.
आपदा कोष को लेकर बुलाई गई बैठक में इस राशि को कोविड फंड में न दे कर सीधे अस्पतालों में वेंटिलेटर खरीदने का फैसला लिया गया है. वेंटिलेटर खरीद के लिए कांग्रेस बाकायदा टेंडर प्रक्रिया करेगी. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने दान देने वाले पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का आभार जताते हुए कहा कि अभी यह आपदा खत्म नहीं हुई है, इसलिए इस पैसे का पूरा सदुपयोग किया जाना चाहिए.
कमेटी के अध्यक्ष धनीराम शांडिल ने कहा कि कोरोना को देखते हुए कांग्रेस ने आपदा कोष बनाया गया था और कांग्रेस पार्टी के आह्वान पर 95 लोगों ने कोष में दान किया है. यह राशि कांग्रेस पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने अपनी जेब से इस राहत कोष में दान दी है.
कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि अस्पतालों को दिये जाने वाले सभी उपकरणों की खरीद प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी तरीके से और मेडिकल सुपरिटेंडेंट से विचार विमर्श के बाद उचित टेंडर प्रक्रिया पूरी की जाए. इस कमेटी में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष कर्ण पठानिया व हरिकृष्ण हिमराल को सदस्य नामित किया गया है.
बता दें कोरोना संक्रमण को देखते हुए जरूरतमंदों की मदद के लिए कांग्रेस ने आपदा कोष स्थापित किया गया था. जिसमें पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकरियों से अंशदान की अपील की गई थी. वहीं, इस कोष में 95 लोगों ने दान किया है. हालांकि कांग्रेस ने पहले इसे कोविड फंड में देने का फैसला किया था, लेकिन स्वास्थ्य विभाग में हो रहे घोटालों को देखते हुए सीधे अस्पतालों में ही उपकरण देने का फैसला लिया है.
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