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HP College Professors Strike: UGC पे स्केल लागू करने की मांग पर अड़े कॉलेज प्रोफेसर, शुरू की भूख हड़ताल

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Published : May 23, 2022, 1:50 PM IST

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से मान्यता प्राप्त प्रदेश के लगभग 135 कॉलेजों में सोमवार से काॅलेज प्राेफेसराें ने भूख हड़ताल (College professors started strike in Himachal) शुरू कर दी है. इन प्राेफेसराें ने पेपर चैकिंग को पहले से ही रोक रखा था, लेकिन अब इन्होंने छात्रों काे पढ़ाने से भी इनकार कर दिया है. प्राेफेसराें का कहना है कि जब तक यूजीसी पे स्केल लागू नहीं होता, तब तक वे हड़ताल जारी रखेंगे.

College professors started strike in Himachal
हिमाचल में कॉलेज प्रोफेसरों की हड़ताल

शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से मान्यता प्राप्त प्रदेश के लगभग 135 कॉलेजों में सोमवार से काॅलेज प्राेफेसराें ने भूख हड़ताल (College professors started strike in Himachal) शुरू कर दी है. इन प्राेफेसराें ने पेपर चैकिंग को पहले से ही रोक रखा था, लेकिन अब इन्होंने छात्रों काे पढ़ाने से भी इनकार कर दिया है. हिमाचल प्रदेश कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन सरकार से यूजीसी पे स्केल लागू करने की मांग कर रही है. एसोसिएशन का कहना है कि जब तक यूजीसी पे स्केल लागू नहीं होता, तब तक वे न ताे उत्तर पुस्तिका चैक करेंगे और न ही पढ़ाएंगें. वे तब तक भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हाे जाती.

हिमाचल प्रदेश काॅलेज टीचर्स एसाेसिएशन (Himachal Pradesh College Teachers Association) के सचिव डॉ. रामलाल शर्मा ने बताया कि सरकार यूजीसी पे स्केल को लागू करने पर फैसला नहीं ले रही है, इसलिए हमें भूख हड़ताल पर बैठना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार ही प्राेफेसराें को आंदोलन करने (College Professors Strike in Himachal) को मजबूर कर रही है. कई बार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सामने इस मांग को उठाया जा चुका हैं, लेकिन इसके बावजूद भी कोई सुनवाई नहीं हाे रही है.

कॉलेज प्रोफेसरों ने शुरू की भूख हड़ताल.

छात्रों को हो रहा नुकसान: जून में पीजी कक्षाओं का एडमिशन प्राेसेस शुरू (HPU PG Admission) हाेना है, जबकि टीचराें ने फाइनल ईयर के पेपर चैकिंग का काम राेक दिया है. ऐसे में अगर समय पर रिजल्ट नहीं निकलता है, ताे दूसरे स्टेट में पीजी कोर्स के लिए आवेदन करने वाले छात्र बिना रिजल्ट के काउंसिलिंग प्रक्रिया में हिस्सा नहीं ले पाएंगे. जिससे उनके करियर पर संकट आ जाएगा. एचपीयू ने 20 जून तक थर्ड ईयर के रिजल्ट घोषित करने का लक्ष्य रखा है. पेपर चैकिंग का 80 प्रतिशत जांच कार्य पूरा भी हाे चुका है, लेकिन अब काम रोक दिया गया है. जब तक सभी पेपर चैक नहीं होंगे, तब तक रिजल्ट घाेषित नहीं किया जा सकता.

शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से मान्यता प्राप्त प्रदेश के लगभग 135 कॉलेजों में सोमवार से काॅलेज प्राेफेसराें ने भूख हड़ताल (College professors started strike in Himachal) शुरू कर दी है. इन प्राेफेसराें ने पेपर चैकिंग को पहले से ही रोक रखा था, लेकिन अब इन्होंने छात्रों काे पढ़ाने से भी इनकार कर दिया है. हिमाचल प्रदेश कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन सरकार से यूजीसी पे स्केल लागू करने की मांग कर रही है. एसोसिएशन का कहना है कि जब तक यूजीसी पे स्केल लागू नहीं होता, तब तक वे न ताे उत्तर पुस्तिका चैक करेंगे और न ही पढ़ाएंगें. वे तब तक भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हाे जाती.

हिमाचल प्रदेश काॅलेज टीचर्स एसाेसिएशन (Himachal Pradesh College Teachers Association) के सचिव डॉ. रामलाल शर्मा ने बताया कि सरकार यूजीसी पे स्केल को लागू करने पर फैसला नहीं ले रही है, इसलिए हमें भूख हड़ताल पर बैठना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार ही प्राेफेसराें को आंदोलन करने (College Professors Strike in Himachal) को मजबूर कर रही है. कई बार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सामने इस मांग को उठाया जा चुका हैं, लेकिन इसके बावजूद भी कोई सुनवाई नहीं हाे रही है.

कॉलेज प्रोफेसरों ने शुरू की भूख हड़ताल.

छात्रों को हो रहा नुकसान: जून में पीजी कक्षाओं का एडमिशन प्राेसेस शुरू (HPU PG Admission) हाेना है, जबकि टीचराें ने फाइनल ईयर के पेपर चैकिंग का काम राेक दिया है. ऐसे में अगर समय पर रिजल्ट नहीं निकलता है, ताे दूसरे स्टेट में पीजी कोर्स के लिए आवेदन करने वाले छात्र बिना रिजल्ट के काउंसिलिंग प्रक्रिया में हिस्सा नहीं ले पाएंगे. जिससे उनके करियर पर संकट आ जाएगा. एचपीयू ने 20 जून तक थर्ड ईयर के रिजल्ट घोषित करने का लक्ष्य रखा है. पेपर चैकिंग का 80 प्रतिशत जांच कार्य पूरा भी हाे चुका है, लेकिन अब काम रोक दिया गया है. जब तक सभी पेपर चैक नहीं होंगे, तब तक रिजल्ट घाेषित नहीं किया जा सकता.

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