शिमला: हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र में तीसरे दिन वीरवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आर्थिक सर्वेक्षण सदन के पटल पर रखेंगे. साथ ही वाटर सेस और नगर निगम संशोधन विधेयक पर चर्चा के बाद उसे पारित किया जाएगा. हालांकि ये विधेयक बुधवार को पारित होने थे, लेकिन दूसरे दिन नियम-67 के तहत स्थगन प्रस्ताव को लेकर आए नोटिस पर चर्चा हुई. चूंकि स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा के लिए स्पीकर की तरफ से सारा दिन तय किया गया था, लिहाजा अब विधेयक वीरवार को तीसरे दिन पारित होंगे. दूसरे दिन प्रश्नकाल भी नहीं हुआ और सवालों को सदन के पटल पर रखा हुआ माना गया. अब वीरवार को प्रश्नकाल भी होगा. तीसरे दिन के बिजनेस के लिए कुल 55 सवाल लगे हैं.
इसके अलावा गैर सरकारी कार्य दिवस के तहत चार सदस्य संकल्प लाएंगे और उन पर चर्चा होगी. कांग्रेस सदस्य राजेश धर्माणी, भाजपा सदस्य सुखराम चौधरी, विपिन सिंह परमार व जीतराम कटवाल विभिन्न विषयों पर संकल्प प्रस्ताव लाएंगे, जिन पर चर्चा होगी. इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल व शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर कागजात सभा पटल पर रखेंगे. ये कागजात सालाना प्रतिवेदन के रूप में होंगे। साथ ही सदन की समितियों के प्रतिवेदन भी पटल पर रखे जाएंगे.
तीसरे दिन भी हंगामे के आसार: विधानसभा के बजट सत्र के दो दिन में भाजपा ने लगातार नियम-67 के तहत चर्चा के नोटिस दिए. इस दौरान भाजपा ने विधायक क्षेत्रीय विकास निधि और संस्थान बंद करने को लेकर सरकार को घेरा है. सदन में गतिरोध बना हुआ है. भाजपा के सदस्यों ने दोनों दिन बॉकआउट किया है. भाजपा सदस्यों का कहना है कि सरकार को संस्थान बंद करने के आदेश वापिस लेकर पहले उनका रिव्यू करना चाहिए.
देखना ये है कि तीसरे दिन भाजपा के सदस्य सदन में किस मुद्दे पर सरकार को सदन के भीतर घेरते है. ये देखना भी दिलचस्प होगा कि 17 मार्च को बजट पेश करने के दिन विपक्ष का क्या रवैया रहता है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू 17 मार्च को पहली बार बजट पेश करेंगे. इस बजट में ओपीएस सहित अन्य अहम घोषणाएं होंगी.
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