शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि केंद्र की ओर से अभी हिमाचल में आई आपदा के लिए कोई राहत राशि जारी नहीं की गई है. उन्होंने कहा केंद्र ने जो राशि जारी की है, वो हर साल मिलने वाली राशि का हिस्सा है. हर साल दो किस्तों में यह राशि हिमाचल को मिलती रही है. एक किस्त जुलाई में और दूसरी किस्त दिसंबर में मिलती है, केंद्र की ओर से जुलाई के साथ इस बार दिसंबर में मिलने वाली राशि एडवांस में जारी की गई है.
केंद्र से पेंडिंग राशि को जारी करने की मांग: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा केंद्र के पास पिछले कुछ सालों की आपदा के लिए मिलने वाली ₹315.80 करोड़ की राशि पेंडिंग है. यह राशि पिछले कुछ वर्षों से रूकी हुई है, जिसमें राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया निधि (एनडीआरएफ) के तहत वर्ष 2020-21 के लिए आवंटित ₹121.71 करोड़, वर्ष 2021-22 के लिए ₹133.56 करोड़ और राज्य आपदा प्रतिक्रिया निधि के तहत वर्ष 2019-20 के लिए ₹61.07 करोड़ की राशि शामिल है. उन्होंने कहा महालेखा परीक्षक की ओर से लगाई गई आपत्तियों के कारण इसमें देरी हुई है और प्रदेश सरकार ने अब इन आपत्तियों का सफलतापूर्वक समाधान कर दिया है. उन्होंने केंद्र से इस राशि को जारी करने की मांग की है.
'केंद्रीय टीम के जाने के बाद राहत राशि मिलने की उम्मीद': सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि बीते दिनों आई आपदा से प्रदेश को भारी नुकसान हुआ है, जिसको लेकर जायजा लेने के लिए केंद्रीय टीम 3 दिन के हिमाचल दौरे पर थी. कल शाम को प्रदेश सरकार की टीम के साथ बैठक हुई है, जिसमें काफी विस्तृत चर्चा हुई है. केंद्रीय टीम सारी रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपेगी. जिसके बाद हिमाचल प्रदेश को केंद्र से आर्थिक मदद मिलने की उम्मीद है.
हरियाणा सरकार का जताया आभार: मुख्यमंत्री ने हरियाणा सरकार की ओर से 5 करोड़ की आर्थिक मदद आपदा में करने के लिए सीएम मनोहर लाल खट्टर का आभार जताया और कहा हरियाणा ने बड़े भाई का फर्ज निभाया है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर के आरोप पर कहा कि राहत राशि का आवंटन करते समय अगर कोई नेता फोटो खिंचवा रहे है, तो उसमें वे क्या कर सकते हैं? उन्होंने कहा राहत राशि जारी करने के लिए नियम में बदलाव किया है.
'केंद्र से राहत राशि दिलाने दिल्ली चले विपक्षी नेता': सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश को आपदा की वजह से आठ हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. ऐसे में विपक्ष सरकार पर निराधार आरोप लगा रहा है. यह वक्त राजनीति का नहीं है, बल्कि भाजपा नेताओं को भी उनके साथ पहली राहत राशि की किस्त के लिए केंद्र सरकार के पास चलना चाहिए ताकि प्रदेश को राहत मिल सके.
वहीं, शिमला के चिड़गांव में बादल फटने से लैला खड्ड में आई बाढ़ पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने कहा ढाबे के ढह जाने से इसके मलबे में एक परिवार के तीन लोग लापता हो गए हैं. इनकी तलाश की जा रही है. इलाके में राहत एवं बचाव कार्य जारी है. मनाली में लापता हुए नौसेना के जवानों के सवाल पर उन्होंने कहा की जो शव मलबे से निकाले जा रहे हैं, उनकी पहचान की जा रही है. मुख्यमंत्री ने मौसम विभाग के अलर्ट पर कहा सरकार ने प्रशासन को भी अलर्ट पर रखा है.