शिमला: सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला जिले के रोहड़ू विधानसभा क्षेत्र पहुंचे. जहां पिछले दिनों बादल फटने से लैला में हुए नुकसान का जायजा लिया और प्रभावित परिवारों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने आपदा में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया. वहीं, उन्होंने कहा राज्य सरकार प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी.
निरीक्षण के दौरान सीएम सुक्खू ने एसडीएम रोहड़ू को 12 घंटों के भीतर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए, जिसमें प्रभावित परिवारों को देय वित्तीय सहायता की रूपरेखा तैयार की जाएगी. उन्होंने कहा वह यहां प्रभावितों का दुख दर्द साझा करने आये हैं. सेब के बागीचों को हुए नुकसान के व्यापक आकलन का कार्य प्रगति पर है. प्रभावित बागवानों को बढ़ा हुआ मुआवजा प्रदान किया जाएगा.
उन्होंने कहा राज्य सरकार ने राहत मैनुअल में संशोधन कर मुआवजा राशि को कई गुना तक बढ़ा दिया है और नये दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रभावितों को राहत राशि प्रदान की जायेगी. इसके अलावा, सीएम ने लैला में क्षतिग्रस्त नाले के तटीयकरण की शीघ्र बहाली और बादल फटने के कारण क्षतिग्रस्त प्राथमिक विद्यालय की दीवार की शीघ्र मरम्मत का आश्वासन भी दिया. उन्होंने कहा बादल फटने की घटना में कई घरों में मलबा घुस गया है. राज्य सरकार प्रभावित परिवारों का हरसंभव सहयोग कर रही है.
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वह स्वयं और सभी मंत्री सक्रिय रूप से जमीनी स्तर पर पीड़ितों को सहायता प्रदान कर रहे हैं. आपदा के दौरान प्रभावित परिवारों के साथ एकजुट खड़े रहने के यह प्रयास सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं. वहीं, मुख्यमंत्री सुक्खू ने रोहडू़ में पुनर्वास एवं पुनरूद्धार कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने रोहडू़ विधानसभा क्षेत्र की सभी सड़कों को 15 अगस्त तक बहाल करने के लिए एक व्यापक कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए.
उन्होंने लोक निर्माण, जल शक्ति, विद्युत, बागवानी और कृषि सहित विभिन्न विभागों को हुई क्षति का भी आकलन किया. सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रोहडू़ विधानसभा क्षेत्र में सड़कों की बहाली के कार्य में तेजी लाने के लिए लोक निर्माण विभाग को तत्काल एक करोड़ रुपये आवंटित करने की घोषणा की. उन्होंने मुख्य एवं सम्पर्क सड़कों के महत्व को देखते हुए रोहड़ू, छौहारा, जुब्बल और कोटखाई विकास खंडों में क्षतिग्रस्त सड़कों के पुनर्निमाण के लिए 1.20 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि जारी करने के भी निर्देश दिए.
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा किसानों और बागवानों के उत्पादों के सुचारू परिवहन और बाजारों तक पहुंच सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. उन्होंने सभी अधिकारियों को प्रतिबद्धता के साथ 24 घंटे इस दिशा में कार्य करने के लिए कहा. मुख्यमंत्री ने आवश्यकतानुसार अस्थाई सड़कें निर्मित करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि 15 अगस्त तक सभी संपर्क सड़कों को यातायात के लिए पूरी तरह से खोल दिया जाए.
उन्होंने लोक निर्माण विभाग और उपायुक्त शिमला को सरकार को कार्य-प्रगति की विस्तृत रिपोर्ट सौंपने के निर्देश भी दिए. उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार द्वारा आपदा प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति को सामान्य करने के लिए वित्तीय संसाधनों की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी. उन्होंने कहा कि भारी बारिश के कारण राज्य में 8 हजार करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का नुकसान हुआ है.
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा रोहड़ू विधानसभा क्षेत्र में प्राकृतिक आपदा के कारण लगभग 340 करोड़ रुपये की क्षति हुई है, जिसमें लोक निर्माण विभाग के 155 करोड़ रुपये, राजस्व विभाग के 84 करोड़ रुपये, जल शक्ति विभाग के 69 करोड़ रुपये, बागवानी विभाग के 23 करोड़ रुपये और अन्य विभागों के 9 करोड़ रुपये शामिल हैं. रिपोर्ट के अनुसार रोहडू़ विधानसभा क्षेत्र में 34 घर पूरी तरह और 819 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं. इसके अतिरिक्त आपदा के कारण 137 गौशाला और 21,000 सेब के पौधों को नुकसान पहुंचा है. लोगों को राहत प्रदान करने के लिए विधानसभा क्षेत्र में पूर्ण रूप से या आंशिक रूप से प्रभावित 120 परिवारों को 1.09 करोड़ रुपये की राहत राशि जारी की गई है.