शिमला. प्रदेश में कोरोना वायरस के सभी हॉट स्पॉट को सील करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. ये हॉट स्पॉट जिला कांगड़ा, चंबा, सिरमौर, सोलन और ऊना में हैं, ताकि कोरोना वायरस आगे न फैल सके.
हॉट स्पॉट क्षेत्रों में कर्फ्यू में किसी भी तरह की छूट प्रदान नहीं की जाएगी और हॉट स्पॉट में आवश्यक वस्तुओं को होम डिलीवरी के माध्यम से पहुंचाने का प्रबंध किया जाएगा.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अधिकारियों से कहा कि वे अपने-अपने जिला में होम डिलीवरी सिस्टम को मजबूत करें, ताकि लोगों को हर रोज इस्तेमाल होने वाली चीजों को प्राप्त करने के लिए घरों से बाहर न आना पड़े. उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में वाहनों के चलाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कोरोना वायरस के दृष्टिगत उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने के लिए वीरवार को शिमला से प्रदेश के सभी उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बैठक की. उन्होंने सभी हॉट स्पॉट स्थलों को सेनिटाइज करने के भी निर्देश दिए .
सीएम ने कहा कि इन क्षेत्रों में एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान शुरू किया जाएगा. इसके साथ-साथ वहां फीवर क्लिनिक भी खोले जाएंगे. सभी बुखार और कफ के लक्षणों वाले लोगों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी.
मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों में जल्द सीसीटीवी कैमरे लगाने को भी कहा, ताकि ऐसे लोगों का पता लगाया जा सके, जो सरकारी आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार लोगों को मास्क की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी. इसे पहनना भी अनिवार्य किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह कदम वायरस के फैलने से रोकने में सहायक सिद्ध होगा. सीएम ने राज्य के लोगों को घर पर बने मास्क उपलब्ध करवाने के लिए गैर सरकारी संगठनों से आगे आने का आग्रह किया.
जयराम ठाकुर ने बताया कि पूरे राज्य में शुरू किए गए एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान के तहत स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर पहुंच कर लगभग 59 लाख लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी इकट्ठी की गई है. उन्होंने कहा कि हमीरपुर जिला के चैरिटेबल अस्पताल भोटा, एस.एस. मेमोरियल आशीर्वाद अस्पताल चंबा, जिला सिरमौर के सिविल अस्पताल सराहां और जिला कांगड़ा के ज्वालामुखी स्थित अग्रवाल अस्पताल को सेकेंडरी केयर अस्पताल के रूप में अधिसूचित किया गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अब तक 5,035 व्यक्तियों को कोरोना वायरस की निगरानी में रखा गया था, जिनमें से 2,556 लोगों ने 28 दिनों की निगरानी अवधि पूरी कर ली है. उन्होंने कहा कि वीरवार को राज्य में कोविड-19 के 114 व्यक्तियों की जांच की गई, जिसमें से 57 सैंपल नेगेटिव पाए गए, जबकि शेष 57 सैंपलों की जांच रिपोर्ट का इंतजार है.
मुख्य सचिव अनिल खाची ने उपायुक्तों को कोविड-19 के रोगियों के संपर्क पर निगरानी रखने के लिए विशेष बल देने को कहा . अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) आर.डी. धीमान ने कहा कि अब तक राज्य में 773 व्यक्तियों की कोरोना वायरस की जांच की जा चुकी है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में 28 पॉजिटिव लोगों में से दो लोग नेगेटिव पाए जाने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई है.
इसके अलावा, चार व्यक्ति राज्य से बाहर इलाज के लिए गए हैं. उन्होंने कहा कि शेष 21 व्यक्ति राज्य के विभिन्न अस्पतालों में उपचाराधीन हैं.
ये भी पढ़ें: जतोग छावनी परिषद ने बढ़ाए मदद के हाथ, 200 गरीब प्रवासियों को बांटा राशन