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वाईएस परमार जयंती: मुख्यमंत्री जयराम ने शिमला में याद किए हिमाचल निर्माता

डॉ. वाईएस परमार की जयंती के मौके पर प्रदेश सरकार की ओर से रिज मैदान पर राज्यस्तरीय समारोह का आयोजन भी किया गया. समारोह के दौरान डॉ. परमार के परिवार के सदस्यों को सम्मानित भी किया.

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Published : Aug 4, 2019, 12:44 PM IST

Updated : Aug 4, 2019, 2:24 PM IST

YS Parmar

शिमला: आज हिमाचल निर्माता और प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डॉ. यशवंत सिंह परमार जी की जयंती है. इस मौके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला में रिज मैदान पर स्थित उनकी प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित कर, उन्हें याद किया.

इस मौके पर प्रदेश सरकार की ओर से पीटर हॉफ में राज्यस्तरीय समारोह का आयोजन भी किया गया. समारोह के दौरान डॉ. परमार के परिवार के सदस्यों को सम्मानित भी किया.

YS Parmar
डॉ. परमार के परिवार के सदस्यों को सम्मानित करते सीएम.

बहुमुखी प्रतिभा के धनी डॉ. वाईएस परमार कुशल राजनेता के साथ-साथ कला और साहित्य प्रेमी भी थे. हिंदी, अंग्रेजी और ऊर्दू भाषाओं पर कमाल का अधिकार रखने वाले डॉ. परमार हमेशा जमीन से जुड़े ठेठ पहाड़ी ही बने रहना पसंद करते थे.

YS Parmar
हिमाचल निर्माता को श्रद्धासुमन अर्पित करते सीएम जयराम.

सिरमौर के अति दुर्गम और पिछड़े गांव चन्हालग में जन्मे परमार ने सारी उम्र परंपरागत पहाड़ी परिधान लोइया और सुथणु आदि ही पहना. उनका जन्म 4 अगस्त 1906 को सिरमौर जिला की पच्छाद तहसील के गांव चन्हालग में शिवानंद सिंह के घर हुआ था.

शिमला: आज हिमाचल निर्माता और प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डॉ. यशवंत सिंह परमार जी की जयंती है. इस मौके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला में रिज मैदान पर स्थित उनकी प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित कर, उन्हें याद किया.

इस मौके पर प्रदेश सरकार की ओर से पीटर हॉफ में राज्यस्तरीय समारोह का आयोजन भी किया गया. समारोह के दौरान डॉ. परमार के परिवार के सदस्यों को सम्मानित भी किया.

YS Parmar
डॉ. परमार के परिवार के सदस्यों को सम्मानित करते सीएम.

बहुमुखी प्रतिभा के धनी डॉ. वाईएस परमार कुशल राजनेता के साथ-साथ कला और साहित्य प्रेमी भी थे. हिंदी, अंग्रेजी और ऊर्दू भाषाओं पर कमाल का अधिकार रखने वाले डॉ. परमार हमेशा जमीन से जुड़े ठेठ पहाड़ी ही बने रहना पसंद करते थे.

YS Parmar
हिमाचल निर्माता को श्रद्धासुमन अर्पित करते सीएम जयराम.

सिरमौर के अति दुर्गम और पिछड़े गांव चन्हालग में जन्मे परमार ने सारी उम्र परंपरागत पहाड़ी परिधान लोइया और सुथणु आदि ही पहना. उनका जन्म 4 अगस्त 1906 को सिरमौर जिला की पच्छाद तहसील के गांव चन्हालग में शिवानंद सिंह के घर हुआ था.

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CM Jairam paid tribute to YS Parmar


Conclusion:
Last Updated : Aug 4, 2019, 2:24 PM IST
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