हमीरपुरः कोरोना को लेकर देश भर में 31 मई तक लॉकडाउन लागू है. लॉकडाउन के कारण अधिकांश काम बंद होने से देश भर में करोड़ों लोग प्रभावित हैं. सीटू और अन्य 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने कार्यस्थलों व गांवों में विरोध दिवस मनाकर मजदूरों की आवाज बुलंद की. सीटू के राष्ट्रीय सचिव डॉ. कश्मीर सिंह ठाकुर की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधीश से मिलकर मजदूरों को आ रही समस्याओं को हल करने की मांग की और मांग पत्र भी सौंपा.
जिला सचिव जोगिंदर कुमार सीटू हमीरपुर ने कहा कि प्रशासन के माध्यम से सरकार को मांग पत्र सौंपा गया है. केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर हमीरपुर जिला में कार्यस्थल और ग्रामीण क्षेत्रों में मजदूरों ने अपनी आवाज बुलंद की है. केंद्र सरकार मजदूरों के हितों के साथ खिलवाड़ कर रही है, इसे सहन नहीं किया जाएगा.
सीटू के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने यह मांगे सरकार के समकक्ष रखी हैं. श्रम कानूनों में किए गए बदलावों को को वापस लिया जाए, पैदल चल रहे मजदूरों को बस व रेल के द्वारा मुफ्त घर पहुंचाने की व्यवस्था का जाए.
सभी जरूरतमंद परिवारों को 7500 रुपये मासिक आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए, सभी परिवारों को 6 माह तक 10 किलो मुफ्त राशन में दिया जाए, मजदूरों की छंटनी बंद कर बिजली, पानी, लोन की किश्तें माफ हों. सीटू के पदाधिकारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे ना मानी गई तो उनका यह प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा.
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