शिमला: प्रदेश में बढ़ रहे महिला व बाल अपराध को रोकने के लिए महिला एवं बाल कल्याण विभाग ने लोगों को जागरूक करने के लिए सीआईडी से संपर्क किया है. इसी के तहत सीआईडी जल्द ही महिला और बाल अपराध के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान शुरू करेगी.
अभियान के लिए महिला एवं बाल कल्याण विभाग ने स्टेट सीआईडी को तीन लाख रुपये दिए हैं. एडीजी सीआईडी एन.वेणुगोपाल ने बताया कि पिछले दिनों महिला और बाल विकास विभाग के अधिकारियों के साथ संयुक्त सेमिनार करवाया था. इसी कार्यशाला के दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव सामाजिक न्याय और अधिकारिता निशा सिंह ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया था.
एडीजी ने बताया कि जागरूकता अभियानों के दौरान महिला मंडल, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व महिला एवं बाल विकास के क्षेत्र में काम करने वाले एनजीओ की मदद ली जाएगी. यही नहीं शैक्षणिक संस्थानों में लेक्चर और वाद-विवाद प्रतियोगिताएं, एसएमएस कैंपेन, पोस्टर व नुक्कड़ नाटक, निबंध लेखन और पेंटिंग प्रतियोगिता करवाई जाएंगी. विशेषज्ञों की मदद से बच्चों खासकर बेटियों को गुड टच और बैड टच के अलावा आत्म रक्षा को लेकर भी जागरूक किया जाएगा, साथ ही उनके परिजनों को भी जागरूक कर परिवार के अंदर होने वाले यौन शोषण, घरेलू हिंसा के प्रति जागरूक किया जाएगा.
बता दें कि पूरे देश-प्रदेश में महिलाओं के साथ यौन शोषण और घरेलू हिंसा के मामले बढ़ते जा रहे हैं. यूपी के हाथरस में एक युवती के साथ गैंगरेप के बाद उसकी रीढ़ की हड्डी तोड़ दी गई और उसकी जीभ को दरिंदों ने काट दिया. बाद में युवती की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हे गई.
हिमाचल में भी गुड़िया रेप एंड मर्डर केस के बाद प्रदेश सरकार ने महिलाओं के लिए गुड़िया हेल्पलाइन सेवा शुरू की है. इस नंबर पर कोई भी महिला अपने साथ होने वाले अपराधों की शिकायत दर्ज करवा सकती है.
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