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राजधानी में वायरल फीवर की चपेट में नौनिहाल, रोजाना दर्जनों बच्चे पहुंच रहे IGMC

शिमला में बदलते मौसम के कारण बच्चे बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. ये बच्चे उलटी, दस्त व फीवर से ग्रस्त हैं.

बच्चों का इलाज करवाने आईजीएमसी पहुंचे परिजन
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Published : May 3, 2019, 3:25 PM IST

शिमला: राजधानी में बदलते मौसम के कारण बच्चे बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. जिले के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में रोजाना दर्जनों बच्चे इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. ये बच्चे उलटी, दस्त व फीवर से ग्रस्त हैं.

children suffering from viral fever in shimla
बच्चों का इलाज करवाने आईजीएमसी पहुंचे परिजन

बता दें कि मई महीने में भी हो रही बारिश के कारण मौसम में काफी बदलाव हुआ है. मौसम में ठंड हो गई है, जिस कारण अधिकतर बच्चे बीमार हो रहे हैं. अस्पताल में इतने मरीज आ रहे हैं कि एक ही बैड पर दो मरीज बच्चों को रखा गया है.

जानकारी देते आईजीएमसी चिल्ड्रन वार्ड के एचओडी

आईजीएमसी चिल्ड्रन वार्ड के एचओडी डॉ. अश्वनी सूद ने कहा कि हर दिन 125 के लगभग ओपीडी होती है, जिसमें एक तिहाई बच्चे वायरल फीवर से पीड़ित हैं. उन्होंने बताया कि 5 साल तक के बच्चों का विशेष ध्यान रखने जी जरूरत है.

एचओडी ने कहा कि परिजन अपने बच्चों को ठंड से बचाएं और बीमार होने पर समय से इलाज के लिए अस्प्ताल ले आएं. उन्होंने कहा कि परिजनों को बच्चों का ध्यान रखना होगी, नहीं तो लापरवाही से बच्चे को नमुनिया भी हो सकता है.

शिमला: राजधानी में बदलते मौसम के कारण बच्चे बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. जिले के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में रोजाना दर्जनों बच्चे इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. ये बच्चे उलटी, दस्त व फीवर से ग्रस्त हैं.

children suffering from viral fever in shimla
बच्चों का इलाज करवाने आईजीएमसी पहुंचे परिजन

बता दें कि मई महीने में भी हो रही बारिश के कारण मौसम में काफी बदलाव हुआ है. मौसम में ठंड हो गई है, जिस कारण अधिकतर बच्चे बीमार हो रहे हैं. अस्पताल में इतने मरीज आ रहे हैं कि एक ही बैड पर दो मरीज बच्चों को रखा गया है.

जानकारी देते आईजीएमसी चिल्ड्रन वार्ड के एचओडी

आईजीएमसी चिल्ड्रन वार्ड के एचओडी डॉ. अश्वनी सूद ने कहा कि हर दिन 125 के लगभग ओपीडी होती है, जिसमें एक तिहाई बच्चे वायरल फीवर से पीड़ित हैं. उन्होंने बताया कि 5 साल तक के बच्चों का विशेष ध्यान रखने जी जरूरत है.

एचओडी ने कहा कि परिजन अपने बच्चों को ठंड से बचाएं और बीमार होने पर समय से इलाज के लिए अस्प्ताल ले आएं. उन्होंने कहा कि परिजनों को बच्चों का ध्यान रखना होगी, नहीं तो लापरवाही से बच्चे को नमुनिया भी हो सकता है.

Intro:शिमला में वायरल फीवर की चपेट में नौनिहाल 

प्रतिदिन दर्जनों बच्चे पहुंच रहे अस्पताल 



शिमला। 

राजधानी में बदल रहे मौसम से छोटे बच्चे बीमारी की चपेट में आगये है जिसके कारन रोजाना दर्जनों बच्चे इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे है। ये बच्चे उलटी दस्त व फीवर से ग्रस्त है।


Body:जिले में रोज मौसम में हो रहे बदलाव मई के महीने में भी दोपहर बाद बारिश के कारण ठंड होने से अधिकतर बच्चे बीमार हो रहे है।
इनमे वायरल फीवर के अधिक बच्चे बीमारी से ग्रस्त है।विभाग का कहना है की अधिक मरीज आने के कारन गंभीर बच्चो को दाखिल किया गया है लेकिन बेड खाली न होने से एक बेड पर दो मरीज बच्चो को रखा गया है।



Conclusion:इस सम्बनध में आइजीएमसी चिल्ड्रन वार्ड के एचओडी डॉ अश्वनी सूद का कहना है कि बदलते मौसम से बच्चे बीमारी की चपेट में आ रहे है ।उनका कहना है कि परिजनों को अपने बच्चो का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 125 के लगभग ओपीडी होती है जिसमे एक तिहाई बच्चे वायरल फीवर से पीड़ित है।उन्होंने कहा कि 5साल तक के बच्चो का विशेष ध्यान रखने जी जरूरत है। उनका कहना है कि परिजन अपने बच्चों को ठंड से बचाए। ओर बीमार होने पर समय पर अस्प्ताल ईलाज के लिए लाए नही तो लापरवाही से बच्चे को नमुनिया हो सकता है।
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