शिमला: खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी को लेकर पंजाब में चल रहे प्रकरण के बीच हिमाचल पुलिस भी हाई अलर्ट है. हिमाचल प्रदेश में पंजाब से सटी सीमाओं पर पहरे को और भी कड़ा कर दिया गया है. वहीं, राज्य के सभी प्रवेश द्वारों पर बाहर से आने वाली गाड़ियों की जांच की जा रही है. इसी बीच हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पुलिस को परेड पर्यटकों और बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों को परेशान ना करने दी सलाह दी है. साथ ही संदिग्धों पर नजर रखने को कहा है.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि डीजीपी को निर्देश दिए गए हैं बाहर से आने वाले किसी भी पर्यटक को तंग ना करें, लेकिन संदिग्ध व्यक्ति पर भी नजर रखें. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की सीमाओं पर सुरक्षा का कड़ा इंतजाम किया गया है और सिक्योरिटी को हाई अलर्ट पर रखा गया है, लेकिन हिमाचल में इस तरह की कोई स्थिति नहीं है. वहीं, उन्होंने हिमाचल की बसों को पंजाब में जाने पर कहा कि अभी फिलहाल इस तरह की कोई परिस्तिथि नहीं है. हिमाचल पंजाब भाई-भाई है और भविष्य में यदि इस तरह की कोई परिस्थिति बनती है तो पंजाब के मुख्यमंत्री से भी बात की जाएगी.
क्या है मामला: खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह का 15 फरवरी 2023 को एक फेसबुक पोस्ट को लेकर वरिंदर सिंह से झगड़ा हो गया 16 फरवरी 2023 को अजनाला में FIR दर्ज हो गई. अमृतपाल और उसके साथियों पर वरिंदर सिंह को अगवा कर टॉर्चर करने का आरोप लगा. 16 फरवरी को अमृतपाल ने अजनाला थाने को घेरने का Ultimatum दिया. 17 फरवरी को अमृतपाल का साथी लवप्रीत उर्फ तूफान को पुलिस ने Arrest कर लिया. थाना घेरने में लोगों के ना आने के कारण 18 मार्च का घेराव प्रदर्शन टल गया. इसके बाद अमृतपाल 19 फरवरी को मोगा में दीप सिद्धू के बरसी कार्यक्रम में पहुंचा और मंच से Khalistan की वकालत की. देश के PM और गृहमंत्री के लिए अपशब्द कहे और 23 फरवरी को मारपीट केस में अजनाला थाना घेरने की कॉल दी. 23 फरवरी की अमृतपाल सिंह अजनाला थाने के बाहर भीड़ के साथ पहुंचा. Police Barricading के पास जाकर अमृतपाल का साथ आई भीड़ उग्र हो गई और पुलिस से टकराव के बाद भीड़ ने थाने पर कब्जा कर लिया. इसमें एक SP रैंक के अधिकारी समेत 6 पुलिसवालों को गंभीर चोटें आईं.
दरअसल, अमृतपाल के पास श्री गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी साथ होने के कारण Police ने सख्ती नहीं की. अमृतपाल सिंह और उसके समर्थक 5 घंटे तक थाने में जमे रहे. पुलिस ने अमृतपाल के साथी लवप्रीत तूफान को 24 घंटे में छोड़ने का वादा किया तब जाकर देर शाम अमृतपाल और भीड़ ने थाना खाली किया. 24 फरवरी को पुलिस ने लवप्रीत तूफान को अमृतसर जेल से रिहा कराया, लवप्रीत के साथ अमृतपाल ने गोल्डन टैंपल तक जुलूस निकाला.
अमृतपाल सिंह पर इतने केस दर्ज: अमृतपाल सिंह के खिलाफ अब तक 4 केस दर्ज हो चुके हैं, जिसमें अजनाला में वरिंदर सिंह को अगवा कर मारपीट करने का आरोप, अमृतसर में 15 फरवरी को PM, गृह मंत्री और CM के खिलाफ Hate Speech, मोगा में 19 फरवरी को PM और गृहमंत्री के खिलाफ हेट स्पीच का आरोप, अजनाला में हिंसा और थाने पर कब्जे के लिए पुलिसकर्मियों को जख्मी करने का केस शामिल है.