शिमला: आईजीएमसी शिमला में एक मरीज की रिपोर्ट में डेंगू होने की पुष्टि हुई है. डॉक्टरों का कहना है कि मरीज काम के लिए लिए हिमाचल से बाहर गया था. इसी दौरान डेंगू की चपेट में आया है.
डॉक्टरों का कहना है कि शिमला में डेंगू का मच्छर नहीं पनपता है, हालांकि डेंगू के मरीज की पॉजिटिव रिपोर्ट पाए जाने पर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट हो गया है. प्रशासन ने डेंगू के मरीजों को लेकर तमाम तैयारियां कर ली है. वहीं, आईजीएमसी में स्क्रब टाइफस के भी दो मामले सामने आए हैं. दोनों मामले ठियोग और बिलासपुर के नम्होल से सामने आए हैं.
कैसे और कब होता है डेंगू
डेंगू मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होता है. इन मच्छरों के शरीर पर चीते जैसी धारियां होती हैं. यह मच्छर दिन में खासकर सुबह के समय काटते हैं. डेंगू बरसात के मौसम और उसके फौरन बाद के महीनों में सबसे ज्यादा फैलता है क्योंकि इस मौसम में मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल परिस्थितियां होती हैं. एडीज इजिप्टी मच्छर बहुत ऊंचाई तक नहीं उड़ पाता.
डेंगू के लक्षण
डेंगू का सबसे प्रमुख लक्षण तेज बुखार है. डेंगू में 102-103 तक बुखार आना आम बात है. इसमें ज्यादातर जोड़ों, मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द होता है. डेंगू में छोटे लाल चकत्ते या रैशेज हो जाते हैं.