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दिवाली की रात पटाखों से जलकर दर्जनों लोग पहुंचे अस्प्ताल, संजौली-छोटा शिमला से आए बर्न के मामले

राजधानी शिमला में दिवाली की रात आतिशबाजी के दौरान कई लोगों के घायल होने की खबर सामने आई हैं. घायलों में बड़े और बच्चे दोनों शामिल हैं

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Published : Oct 28, 2019, 3:38 PM IST

burn cases in igmc shimla during diwali

शिमला: राजधानी शिमला में दिवाली की रात आतिशबाजी के दौरान कई लोगों के घायल होने की खबर सामने आई हैं. घायलों में बड़े और बच्चे दोनों शामिल हैं. यह मामले आइजीएमसी में संजौली और छोटा शिमला से आए है.

वहीं, रिपन में भी पटाखों से जलने के मामले आए हैं, जिन्हें उपचार के बाद घर भेज दिया गया. इनमें से ज्यादातर घटनाएं हाथ में पटाखे जलाने से हुई, जिससे लोगों के हाथ और मुंह जल गया.

वीडियो.

आईजीएमसी के एमएस डॉ. जनक राज ने पुष्टि करते हुए बताया कि दीवाली की रात 8 मामले बर्न के आये है जिन्हें उपचार के बाद घर भेज दिया गया है. वहीं, एक नौ साल का बच्चा आईजीएमसी में उपचाराधीन है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल के खजाने को राहत की सांस देती है SJVNL, पड़ोसी देशों में चलाती है विद्युत परियोजनाएं

शिमला: राजधानी शिमला में दिवाली की रात आतिशबाजी के दौरान कई लोगों के घायल होने की खबर सामने आई हैं. घायलों में बड़े और बच्चे दोनों शामिल हैं. यह मामले आइजीएमसी में संजौली और छोटा शिमला से आए है.

वहीं, रिपन में भी पटाखों से जलने के मामले आए हैं, जिन्हें उपचार के बाद घर भेज दिया गया. इनमें से ज्यादातर घटनाएं हाथ में पटाखे जलाने से हुई, जिससे लोगों के हाथ और मुंह जल गया.

वीडियो.

आईजीएमसी के एमएस डॉ. जनक राज ने पुष्टि करते हुए बताया कि दीवाली की रात 8 मामले बर्न के आये है जिन्हें उपचार के बाद घर भेज दिया गया है. वहीं, एक नौ साल का बच्चा आईजीएमसी में उपचाराधीन है.

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Intro:दीवाली की रात पटाखों से जलकर दर्जनों लोग पहुंचे अस्प्ताल।

शिमला।
दीवाली जहाँ खुशियों का पर्व है वही लापरवाही बरतने वालो के लिए यह एक सजा भी है। पटाखे चलाते समय सावधानी ना बरतने पर दर्जनों लोग जलकर अस्प्ताल पहुंचे



Body:आइजीएमसी में ही रविवार रात अतिशबाजी से जलकर 8लोग ईलाज के लिए आये इनमे बड़े व बच्चे दोनों शामिल है। आइजीएमसी में यह मामले संजौली ,छोटा शिमला।से आए है वही रिपन में भी पटाखों से जले मामले आए जिनका उपचार के बाद घर भेज दिया।


Conclusion:इनमे से अधिकतर मामले हाथ मे पटाखे चलने के थे जिससे हाथ व मुँह जल गया। गौरतलब है कि दीवाली से पहले चिकित्सको ने अलर्ट भी किया था कि पटाखे बड़ो की निगरानी में सावधानी से जलाए अन्यथा घटना घट सकती है ।
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