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नकारात्मक राजनीति कर रहे मुकेश अग्निहोत्री, उन्हीं की छवि को हो रहा नुकसान: रवि मेहता - शिमला बीजेपी न्यूज

भाजपा जिला शिमला अध्यक्ष रवि मेहता ने कहा विपक्ष पर नकारात्मक राजनीति करने का आरोप लगाए. रवि मेहता ने कहा कि शीतकालीन सत्र को लेकर कांग्रेस एकमत नहीं है. कांग्रेस के अधिकांश सदस्यों का मानना है कि शीतकालीन सत्र को रद्द कर देना चाहिए, जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को और आए भी दी थी. इसके अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह भी धर्मशाला में शीतकालीन सत्र को लेकर सहमत नहीं थे.

BJP leader ravi mehta
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Published : Dec 5, 2020, 4:33 PM IST

शिमला: विपक्ष पर नकारात्मक राजनीति करने का आरोप लगाते हुए भाजपा जिला शिमला अध्यक्ष रवि मेहता ने कहा कि शीतकालीन सत्र को रद्द करना प्रदेश सरकार द्वारा लिया गया सही निर्णय है. सत्र को रद्द करने से पहले मुख्यमंत्री ने सभी दलों के लोगों से बात की है जिनमें कांग्रेस के सदस्य भी शामिल थे.

रवि मेहता ने कहा कि शीतकालीन सत्र को लेकर कांग्रेस एकमत नहीं है. कांग्रेस के अधिकांश सदस्यों का मानना है कि शीतकालीन सत्र को रद्द कर देना चाहिए, जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को और आए भी दी थी. इसके अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह भी धर्मशाला में शीतकालीन सत्र को लेकर सहमत नहीं थे.

अग्निहोत्री कर रहे नकारात्मक बयान बाजी

कांग्रेस सदस्यों की ओर सहमति के बावजूद नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री का शीतकालीन सत्र को लेकर बार-बार बयान बाजी करना निंदनीय है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अंदर नेतृत्व को लेकर जंग छिड़ी हुई है. जिसके चलते मुकेश अग्निहोत्री इस प्रकार नकारात्मक बयान बाजी कर रहे हैं. उनकी इस प्रकार की बयानबाजी से प्रदेश में उनकी छवि को भी नुकसान पहुंच रहा है.

वीडियो.

प्रदेश में बढ़ना था अतिरिक्त आर्थिक बोझ

शीतकालीन सत्र को रद्द करने के निर्णय का स्वागत करते हुए भाजपा जिला अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना संकट में इस प्रकार धर्मशाला में पांच दिन का सत्र बुलाना कोई सही नहीं है. इसके लिए जहां करोड़ों रुपए का अतिरिक्त आर्थिक बोझ प्रदेश पर पड़ेगा.

शीतकालीन सत्र रद्द करना सही

वहीं, सैकड़ों कर्मचारी शिमला से धर्मशाला जाने के लिए विवश हो जाएंगे. विधानसभा के सदस्यों का एक स्थान पर भारी संख्या में जमा होना भी संक्रमण को देखते हुए एक चुनौतीपूर्ण कार्य था. जिसके चलते मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सत्र को रद्द करने का निर्णय लिया जोकि एक सराहनीय कदम है और प्रदेश के वरिष्ठ-अनुभवी राजनीतिज्ञों की राय भी यही थी. उन्होंने कहा कि शीतकालीन सत्र को रद्द करने से पहले पार्टी और पार्टी के बाहर सभी लोगों से सलाह मशवरा किया गया है, लेकिन अब विपक्ष का इस प्रकार बार-बार बयान बाजी करना समझ से परे है.

पढ़ें: शिमला में मोक्ष के लिए इंतजार कर रही हैं 65 मृतकों की अस्थियां, परिजनों ने मुंह मोड़ा

पढ़ें: कोरोना का इफेक्ट! जेलों में बंद कैदियों को नहीं मिलेगी पैरोल

शिमला: विपक्ष पर नकारात्मक राजनीति करने का आरोप लगाते हुए भाजपा जिला शिमला अध्यक्ष रवि मेहता ने कहा कि शीतकालीन सत्र को रद्द करना प्रदेश सरकार द्वारा लिया गया सही निर्णय है. सत्र को रद्द करने से पहले मुख्यमंत्री ने सभी दलों के लोगों से बात की है जिनमें कांग्रेस के सदस्य भी शामिल थे.

रवि मेहता ने कहा कि शीतकालीन सत्र को लेकर कांग्रेस एकमत नहीं है. कांग्रेस के अधिकांश सदस्यों का मानना है कि शीतकालीन सत्र को रद्द कर देना चाहिए, जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को और आए भी दी थी. इसके अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह भी धर्मशाला में शीतकालीन सत्र को लेकर सहमत नहीं थे.

अग्निहोत्री कर रहे नकारात्मक बयान बाजी

कांग्रेस सदस्यों की ओर सहमति के बावजूद नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री का शीतकालीन सत्र को लेकर बार-बार बयान बाजी करना निंदनीय है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अंदर नेतृत्व को लेकर जंग छिड़ी हुई है. जिसके चलते मुकेश अग्निहोत्री इस प्रकार नकारात्मक बयान बाजी कर रहे हैं. उनकी इस प्रकार की बयानबाजी से प्रदेश में उनकी छवि को भी नुकसान पहुंच रहा है.

वीडियो.

प्रदेश में बढ़ना था अतिरिक्त आर्थिक बोझ

शीतकालीन सत्र को रद्द करने के निर्णय का स्वागत करते हुए भाजपा जिला अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना संकट में इस प्रकार धर्मशाला में पांच दिन का सत्र बुलाना कोई सही नहीं है. इसके लिए जहां करोड़ों रुपए का अतिरिक्त आर्थिक बोझ प्रदेश पर पड़ेगा.

शीतकालीन सत्र रद्द करना सही

वहीं, सैकड़ों कर्मचारी शिमला से धर्मशाला जाने के लिए विवश हो जाएंगे. विधानसभा के सदस्यों का एक स्थान पर भारी संख्या में जमा होना भी संक्रमण को देखते हुए एक चुनौतीपूर्ण कार्य था. जिसके चलते मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सत्र को रद्द करने का निर्णय लिया जोकि एक सराहनीय कदम है और प्रदेश के वरिष्ठ-अनुभवी राजनीतिज्ञों की राय भी यही थी. उन्होंने कहा कि शीतकालीन सत्र को रद्द करने से पहले पार्टी और पार्टी के बाहर सभी लोगों से सलाह मशवरा किया गया है, लेकिन अब विपक्ष का इस प्रकार बार-बार बयान बाजी करना समझ से परे है.

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