शिमला : हिमाचल में सुक्खू सरकार द्वारा पूर्व की जयराम सरकार के फैसलों को पलटने पर बीजेपी हमलावर हो गई है. बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया है. भाजपा के विधायक डॉ. जनक राज ने कहा कि जयराम ठाकुर की सरकार में प्रदेश का विकास ऐतिहासिक था और सभी 12 जिलों में 68 विधानसभाओं का विकास हुआ था लेकिन कांग्रेस सरकार पूर्व सरकार के कई जन कल्याणकारी के फैसलों को पलट रही है. (Janakraj on Congress Govt) (Dr Janakraj on Denotification of govt institutions)
जनकराज का कांग्रेस सरकार पर वार- डॉ. जनकराज ने कहा कि जो सरकार दो हफ्ते से ज्यादा वक्त होने के बाद भी कैबिनेट विस्तार नहीं कर पाई है वो विकास की बात कर रही है. उन्होंने कहा कि ये ऐतिहासिक है कि जब चुनाव परिणाम आए लंबा वक्त हो चुका है लेकिन सिर्फ मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम का शपथ ग्रहण हुआ है. (Dr Janakraj Attacks on Congress govt) (Janakraj Attacks on Sukhu Govt)
'भ्रम की स्थिति बनी हुई है'- उन्होंने कहा कि किसी अधिकारी या कांग्रेस नेता से बात करें तो वो भ्रम की स्थिति में है. हर कोई भ्रम की स्थिति में है, अधिकारियों को नहीं पता कि वो कल रहेंगे या नहीं. ऐसा ही कांग्रेस के नेताओं में मंत्री बनने की होड़ तो लगी है लेकिन वो भ्रम की स्थिति में हैं कि उनका क्या होगा. डॉ. जनकराज ने कहा कि कुछ कांग्रेसी कह रहे हैं कि इससे अच्छा तो बीजेपी की सरकार बन जाती.
बीजेपी विधायक ने कहा कि आज कांग्रेस हिमाचल प्रदेश में नकारात्मक राजनीति कर रही है और सरकारी कार्यालयों को बंद कर रही है, पर हम कांग्रेस नेताओं को बताना चाहेंगे कि जितने भी कार्यालय यह बंद कर रहे हैं इन को कैबिनेट की मंजूरी मिली थी और जब हिमाचल में कांग्रेस सरकार की कैबिनेट ही नहीं बनी है तो वह इन कार्यालयों को बंद कैसे कर सकते हैं, यह सीधा-सीधा संविधान का उल्लंघन है.
'कांग्रेस है कर्ज की जिम्मेदार'- डॉ. जनकराज ने कहा कि आज हिमाचल पर जो कर्ज का बोझ है वो कांग्रेस की देन है. कांग्रेस सरकार ने कर्ज लेने की शुरुआत की और पूर्व की कांग्रेस सरकार ने कर्ज पर कर्ज लिया. जिसके कारण आज ये स्थिति है. कांग्रेस नेताओं को ये भी नहीं पता कि प्रदेश पर कितना कर्ज है. कांग्रेस विधायक सरकार में रहते हुए भी नहीं जानते कि प्रदेश पर कितना कर्ज है. बीजेपी विधायक ने कहा कि प्रदेश पर इस वक्त 75 हजार करोड़ नहीं बल्कि 68 हजार करोड़ का कर्ज है.
हर्षवर्धन चौहान पर उठाए सवाल- सोमवार को कांग्रेस विधायक हर्षवर्धन चौहान ने पूर्व की सरकार द्वारा खोले गए संस्थान को डिनोटिफाई करने के फैसले का स्वागत किया और कहा कि पूर्व की सरकारों ने बिना किसी बजट या संसाधनों के ये फैसले सिर्फ चुनाव को देखते हुए लिए थे. इस पर डॉ. जनकराज ने कहा कि जयराम ठाकुर सरकार के दौरान जो कार्यालय खुले उनका स्वागत होना चाहिए था क्योंकि इससे लोगों को सुविधा होती. लेकिन हर्षवर्धन चौहान अपनी सरकार के फैसले का विरोध करने की बजाय समर्थन कर रहे हैं क्योंकि वो सीएम की गुड बुक्स में आना चाहते हैं और मंत्री बनना चाहते हैं. कांग्रेस नेता विधायकों की जिस समिति की बात कर रहे हैं उन विधायकों की तो अभी तक शपथ भी नहीं हुई. यह समिति कार्यालय बंद करने की बात कैसे कर सकती है.
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