शिमला: प्रदेश में पेट्रोलियम कोक को ईंधन के तौर पर इस्तेमाल करने वाले उद्योगों के आसपास फेफड़ों और अस्थमा के रोगी बढ़े हैं. स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल ने कहा कि इसके कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं कि इन लोगों में रोग का कारण पेट्रोलियम कोक ही है.
35 लोगों में फेफड़ों और 14 लोगों में अस्थमा रोग
पेट्रोलियम कोक का प्रयोग करने वाले उद्योगों के पांच किलोमीटर के दायरे में रहने वाले 35 लोगों में फेफड़ों और 14 लोगों में अस्थमा रोग पाया गया है. अब स्वास्थ्य विभाग इसको लेकर विस्तृत स्टडी करवाएगा.
देहरा से विधायक होशियार सिंह ने किया प्रश्न
विधानसभा में प्रश्न काल के दौरान देहरा से विधायक होशियार सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने पैट कोक के इस्तेमाल पर रोक लगाई है. पैटकोक से सल्फर निकलता है. एक साल के भीतर व्यक्ति को इस कारण रोग होते हैं. इससे निकलने वाली धूल में कई हानिकार्क पदार्थ और गैसें होती हैं जो शरीर को नुकसान पहुंचाती हैं. उन्होने सरकार से प्रश्न पूछा था कि क्या सरकार पैटकोक को बंद करने पर विचार करेगी.
संबंधित मंत्री से मामलों को देखने की अपील
प्रश्न के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की रोक को लेकर उनके पास जानकारी नहीं है. इस पर रोक लगाना स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्षेत्र में नहीं आता है. उन्होंने संबंधित मंत्री से मामलों को देखने की अपील की.
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