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आनी की खेगसु मंडी में पहुंची सेब की लाखों पेटियां, सुरक्षा प्रबंध को लेकर बागवानों ने उठाए सवाल

सेब सीजन शुरू होते ही जिले की मंडियो में सेब की पेटियों पर बोली लगने का सिलसिला तेज हो गया है. आनी उपमंडल के खेगसु सेब मंडी में अधिक सेब पहुंचने के कारण रेट में गिरावट देखने को मिल रही है.

सेब सीजन
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Published : Aug 4, 2019, 9:27 PM IST

शिमला: प्रदेश में सेब सीजन शुरू हो गया है. मंडियों में सेब की पेटियां पहुंचने का सिलसिला चल पड़ा है. शिमला जिला के कई इलाकों में सेब सीजन जोरो पर है. आनी उपमंडल के खेगसु सेब मंडी में रॉयल की पेटी का मूल्य 2 हजार से 1500 रुपये तक मिल रहा है.


खेगसु मंडी में अधिक सेब आने की वजह से मूल्यों में 2 से 3 रुपये तक की गिरावट दर्ज की गई है. मंडी में प्रतिदिन निरमंड, रामपुर व कुमारसेन क्षेत्र से हर दिन सेब की पेटियां पहुंच रही है.

वीडियो


जानकारी के अनुसार तीन जुलाई से अभी तक खेगसु मंडी में 2 लाख के करीब सेब की पेटियां पहुंच चुकी है. खेगसु मंडी आढ़ती यूनियन के प्रधान ज्ञान ठाकुर ने बताया कि प्रदेश समेत यूपी, कलकत्ता, मुंबई, बेंगलुरू से भी आढती यहां बागवानों से सेब खरीद रहे हैं.


बागवानों की माने तो खेगसु मंडी में हिमाचल प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड द्वारा बागवानों से सेब लेने वाले आढ़तियों पर सुरक्षा व देखरेख करने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं.


पुलिस व बोर्ड का कोई भी अधिकारी व कर्मचारी खेगसु मंडी में मौजूद नहीं हैं. ऐसे में यदि बागवानों के साथ धोखाधड़ी होने का खतरा बना रहता है.


बता दें कि हाल ही में खेगसु मंडी में सेब के रेट को लेकर हेराफेरी का मामला सामने आया था. इस घटना के बावजूद अभी तक सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं की गई है.

शिमला: प्रदेश में सेब सीजन शुरू हो गया है. मंडियों में सेब की पेटियां पहुंचने का सिलसिला चल पड़ा है. शिमला जिला के कई इलाकों में सेब सीजन जोरो पर है. आनी उपमंडल के खेगसु सेब मंडी में रॉयल की पेटी का मूल्य 2 हजार से 1500 रुपये तक मिल रहा है.


खेगसु मंडी में अधिक सेब आने की वजह से मूल्यों में 2 से 3 रुपये तक की गिरावट दर्ज की गई है. मंडी में प्रतिदिन निरमंड, रामपुर व कुमारसेन क्षेत्र से हर दिन सेब की पेटियां पहुंच रही है.

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जानकारी के अनुसार तीन जुलाई से अभी तक खेगसु मंडी में 2 लाख के करीब सेब की पेटियां पहुंच चुकी है. खेगसु मंडी आढ़ती यूनियन के प्रधान ज्ञान ठाकुर ने बताया कि प्रदेश समेत यूपी, कलकत्ता, मुंबई, बेंगलुरू से भी आढती यहां बागवानों से सेब खरीद रहे हैं.


बागवानों की माने तो खेगसु मंडी में हिमाचल प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड द्वारा बागवानों से सेब लेने वाले आढ़तियों पर सुरक्षा व देखरेख करने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं.


पुलिस व बोर्ड का कोई भी अधिकारी व कर्मचारी खेगसु मंडी में मौजूद नहीं हैं. ऐसे में यदि बागवानों के साथ धोखाधड़ी होने का खतरा बना रहता है.


बता दें कि हाल ही में खेगसु मंडी में सेब के रेट को लेकर हेराफेरी का मामला सामने आया था. इस घटना के बावजूद अभी तक सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं की गई है.

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Body:आनी उपमंडल में स्थित खेगसु सेब मंडी में रायल की पेटी का का मूल्य 2 हजार से 15 सो रुपए प्रति पेटी तक मिल रहा है ।
और स्पर वारायटी के हजार से आठ सो तक प्रती पेटी मिल रहा है । खेगसु मंडी में हर दिन सेब अधिक आने से की मूल्यों में 2 से 3 रूपए तक की गिरावट दर्ज की जा रही है । प्रतिदिन मंडी में आनी उपमंडल निरत, निरमंड, रामपुर व कुमारसेन क्षेत्र से 15 से 18 हजार रुपए हर दिन सेब की पेटियां पहुंच रही है ।जानकारी के अनुसार तीन जुलाई से अभी तक खेगसु मंडी में 2 लाख के करीब सेब की पेटियां पहुंच चुकी है ।
खेगसु मंडी आढ़ती यूनियन के प्रधान ज्ञान ठाकुर ने बताया कि यहां पर हिमाचल प्रदेश के आढती ही नहीं बाहरी राज्यों के आढती भी सेब लेने के लिए आए हैं । जिनमें युपी, कलकत्ता, बाम्बे, बेंगलूर के आढती भी यहां पर बागवानों से सेब ले रहे हैं । उन्होंने कहा कि अब मंडी में सेब अधिक आना शुरू हो गया है और अब सेब के रेट और भी कम होते जाएंगे । अब हर दिन हजारों की संख्या में सेब की पेटियां मंडी में पहुंच रही है । जिससे सेब की पेटी में हर दिन 2 से 3 सो रूपए कम होता जाएगा ।

बता दें कि खेगसु मंडी में हिमाचल प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड द्वारा बागवानों से सेब लेने वाले आडतीयों पर सुरक्षा व देखरेख करने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए है । वहां पर आढती आपनी अपनी आढत लगाकर बैठें हैं । पुलिस व बोर्ड का कोई भी अधिकारी व कर्मचारी खेगसु मंडी में नजर नहीं आता है । ऐसे में यदि बागवानों के साथ धोखाधड़ी हो जाए तो वे अपना दर्द किसे बताएगें ।
कुछ दिन पहले खेगसु मंडी में ही रूमाल के निचे रख कर सेब के रेट फिक्सिंग का मामला भी सामने आया था । जिससे बागवानों के साथ सरासर धोखा हो रहा था । इतने के बावजूद भी वहां पर अभी तक भी सुरक्षा की कोई वयवस्था नहीं की गई है ।



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