शिमला: संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती शिमला में मनाकर उन्हें याद किया गया. राजधानी शिमला के चौड़ा मैदान स्थित अंबेडकर चौक पर कार्यक्रम के दौरान सीएम सुखविंदर सिंह, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर लोकनिर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने उनकी प्रतिमा पर फूल-माला अर्पित कर उनके योगदान को याद किया. इस मौके पर सीएम सुखविंदर सिंह ने केक भी काटा. इस अवसर पर पूर्व महापौर सोहन लाल, कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष अमित नंदा सहित अन्य लोग भी उपस्थित रहे.
समाज को एक दृष्टिकोण से देखना चाहिए : इस मौके पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने संविधान की संरचना करने वाले बाबा भीमराव अंबेडकर की जयंती पर सभी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जब देश आजाद हुआ तो संविधान सभा बनाई गई बाबा भीमराव अंबेडकर को उसका अध्यक्ष बनाया गया. उन्होंने अपने अनुभवों को महसूस करते हुए पाया कि समाज को एक दृष्टिकोण से देखा जाना चाहिए ओर उन्होंने सविधान बनाया. उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा था जब बाबा भीमराव अंबेडकर मुंबई के कॉलेज में दाखिला लेने गए थे तो उन्हें मना कर दिया गया था. उन्होंने अपने अनुभवों और एक समान की नीति को देखते हुए देश का संविधान बनाया और आज लगता है कि उनकी एक समान की जो नीति थी वह कारगर सिद्ध हुई. वहीं सीएम सुखविंदर ने आज बैसाखी त्योहर को लेकर भी प्रदेश की जनता को शुभकामनाएं दी.
बाबा साहेब के रास्तों पर चलना हमारी जिम्मेदारी: इस मौके पर लोक निर्माण विभाग के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि आज भीमराव अंबेडकर की जयंती सब के लिए गर्व का पल है. संविधान को बनाने में भीमराव अंबेडकर का बहुत बड़ा योगदान रहा. उनके मूल्य पर आज मजबूती के साथ देश आगे बढ़ रहा है. उनके दिखाए हुए रास्ते पर चलना यह सभी की नैतिक जिम्मेदारी है. आज का जो दलित समाज है उसकी आवाज को उठाना और उसके उत्थान के लिए कार्य करना भी सरकार की जिम्मेदारी है. हम हमेशा इस समाज की आवाज को प्रमुखता और मजबूती से उठाते रहेंगे.
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